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मध्यप्रदेश में बाढ़ के हालात पर बोले रामकृष्ण कुसमरिया, कहा- मोदी सरकार को नहीं दिख रही प्रदेश की बाढ़

शिवराज सरकार में कृषि मंत्री रहे रामकृष्ण कुसमरिया अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. रामकृष्ण कुसमरिया ने भारी बारिश और बाढ़ के चलते मध्य प्रदेश में हुए नुकसान को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी को आड़े हाथों लिया है.

बाढ़ के हालात पर बोले रामकृष्ण कुसमरिया
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Published : Oct 1, 2019, 1:21 PM IST

भोपाल। शिवराज सरकार में कृषि मंत्री रहे रामकृष्ण कुसमरिया ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उनका कहना है कि केंद्र सरकार मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव कर रही है. प्राकृतिक आपदा किसी भी राज्य में आ सकती है. मोदी सरकार को मध्य प्रदेश की बाढ़ नहीं दिख रही है. उन्होंने बताया कि जब वह शिवराज सरकार में कृषि मंत्री थे और मध्य प्रदेश में प्राकृतिक आपदा की स्थिति बनती थी, तो केंद्र की यूपीए सरकार भरपूर मदद करती थी.

बाढ़ के हालात पर बोले रामकृष्ण कुसमरिया


वहीं बाढ़ के हालातों को लेकर चल रही सियासत पर बात करते हुए पूर्व कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा कि अगर यह राजनीति है, तो भाजपा शासित प्रदेश में अतिवृष्टि, प्राकृतिक आपदा, जनहानि को बंद करा दिया जाए. जो कि मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रकृति किसी के वश में नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठे मोदी को बिना किसी भेदभाव के मदद करना चाहिए. महाराष्ट्र के अलावा भी कई प्रदेशों में बाढ़ आई है.


साथ ही रामकृष्ण कुसमरिया ने बताया कि जब वह शिवराज सरकार में कृषि मंत्री थे और केंद्र में यूपीए की सरकार थी तो मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा आती थी, तो उनका हिस्सा और हक मिलता था. इसके अलावा खाद बीज की जरूरत रहती थी, तो उन्होंने खुद जाकर केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर पूर्ति कराता था.

भोपाल। शिवराज सरकार में कृषि मंत्री रहे रामकृष्ण कुसमरिया ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उनका कहना है कि केंद्र सरकार मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव कर रही है. प्राकृतिक आपदा किसी भी राज्य में आ सकती है. मोदी सरकार को मध्य प्रदेश की बाढ़ नहीं दिख रही है. उन्होंने बताया कि जब वह शिवराज सरकार में कृषि मंत्री थे और मध्य प्रदेश में प्राकृतिक आपदा की स्थिति बनती थी, तो केंद्र की यूपीए सरकार भरपूर मदद करती थी.

बाढ़ के हालात पर बोले रामकृष्ण कुसमरिया


वहीं बाढ़ के हालातों को लेकर चल रही सियासत पर बात करते हुए पूर्व कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा कि अगर यह राजनीति है, तो भाजपा शासित प्रदेश में अतिवृष्टि, प्राकृतिक आपदा, जनहानि को बंद करा दिया जाए. जो कि मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रकृति किसी के वश में नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठे मोदी को बिना किसी भेदभाव के मदद करना चाहिए. महाराष्ट्र के अलावा भी कई प्रदेशों में बाढ़ आई है.


साथ ही रामकृष्ण कुसमरिया ने बताया कि जब वह शिवराज सरकार में कृषि मंत्री थे और केंद्र में यूपीए की सरकार थी तो मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा आती थी, तो उनका हिस्सा और हक मिलता था. इसके अलावा खाद बीज की जरूरत रहती थी, तो उन्होंने खुद जाकर केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर पूर्ति कराता था.

Intro:भोपाल शिवराज सरकार में कृषि मंत्री रहे रामकृष्ण कुसमरिया अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। रामकृष्ण कुसमरिया ने भारी बारिश और बाढ़ के चलते मध्य प्रदेश में हुए नुकसान को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार मध्य प्रदेश के साथ भेदभाव कर रही है। प्राकृतिक आपदा किसी भी राज्य में आ सकती है। मोदी सरकार को मध्य प्रदेश की बाढ़ नहीं दिख रही है। उन्होंने बताया कि जब वह शिवराज सरकार में कृषि मंत्री थे और मध्य प्रदेश में प्राकृतिक आपदा की स्थिति बनती थी, तो केंद्र की यूपीए सरकार भरपूर मदद करती थी।


Body:बाढ़ के हालातों को लेकर चल रही सियासत पर बात करते हुए पूर्व कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया ने कहा कि अगर राजनीति है। तो जितने मोदी शासित प्रदेश हैं,तो उनमें अतिवृष्टि बंद करा दें, तो हम समझें।जो भाजपा शासित प्रदेश हैं, वहां पर अतिवृष्टि ना हो, किसी प्रकार की प्राकृतिक आपदा ना हो,किसी प्रकार की जनहानि ना हो ऐसा नहीं हो सकता है। यह प्राकृतिक है,किसी के वश में नहीं हैं। यदि हमें राहत देना है, तो मोदी केंद्र में बैठे हैं। उन्हें बिना किसी भेदभाव की मदद करना चाहिए।केवल महाराष्ट्र में बाढ़ नहीं आई है, देश के कई प्रदेशों में बाढ़ आई है।

मध्य प्रदेश से भेदभाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो साफ दिख रहा है। उन्हें मध्यप्रदेश की बाढ़ नहीं दिखाई दे रही है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ की बाढ़ नहीं दिख रही है। इसका मतलब है कि आप राजनीति कर रहे हैं।


Conclusion:रामकृष्ण कुसमरिया ने बताया कि जब मैं शिवराज सरकार में कृषि मंत्री था और केंद्र में यूपीए की सरकार थी। तो मध्यप्रदेश में प्राकृतिक आपदा आती थी,तो हमारा हिस्सा और हक मिलता था। इसके अलावा खाद बीज की जरूरत रहती थी, तो मैं खुद जाकर केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर पूर्ति कराता था।

भाजपा द्वारा यह आरोप लगाए जाने कि मध्यप्रदेश सरकार मांग नहीं कर रही है और ना ही केंद्र में उनका प्रतिनिधि मंडल गया है। तो उन्होंने कहा की मांग कर रही है। सिंधिया जी, कमलनाथ जी ने 16 हजार करोड़ की मांग की है,मांग कैसे की जाती है। जो हमारे यहां फसलें खराब हुई हैं, एकदम से विभीषिका बन गई है। स्वास्थ्य सेवाओं में भी जरूरत पड़ेगी,क्योंकि बाढ़ के बाद अनेक बीमारियां अटैक करती हैं। बाढ़ के बाद राहत और सुधार के लिए मेहनत करनी होती है. उसके लिए पैसे की आवश्यकता होती है। मदद की जरूरत होती है। हमारे पास जो व्यवस्था है, हम करेंगे। जो आवश्यकता है, उनको पूर्ति करनी चाहिए।
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