भोपाल। मंत्रालय में वन विभाग के विभागीय अधिकारियों की शाखा अनुसार समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार भी उपस्थित रहे. बैठक के दौरान उन्होंने विभागीय अफसरों को तीन दिन में 11 नए अभयारण्य का प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ उन्होंने वन विभाग और राजस्व भूमि के सीमा विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है.
अफसरों ने दी मंत्री को जानकारी
बैठक के दौरान अफसरों ने मंत्री को जानकारी दी है कि अभ्यारण्य और टाइगर रिजर्व बनाने का क्षेत्रीय विधायक और जनप्रतिनिधि विरोध कर रहे हैं, इससे छिंदवाड़ा में अभ्यारण्य का काम लंबे समय से रुका हुआ है. मंडला में विधायक ने विरोध किया है, इसलिए वहां भी कुछ भी काम शुरू नहीं हो पाया है.
विजन 2020- 21 की तैयारियों पर भी हुई चर्चा
इसे लेकर वन मंत्री ने कहा है कि पहले आप प्लान तैयार करें. इसके बाद जनप्रतिनिधियों की बात भी सुनी जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द इसे लेकर प्लान बनाया जाए, जिससे मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जा सके. इसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा. बैठक में विजन 2020- 21 की तैयारियों पर भी बातचीत की गई है. मंत्री ने कैंपा, आईटी और बैंबू मिशन की भी समीक्षा की है.
पौधे बेचकर 6.62 करोड़ रुपए का राजस्व इकट्ठा
इस दौरान विभाग ने जानकारी दी कि पहली बार 50 लाख रुपए से ज्यादा पौधे बेचकर विभाग को 6.62 करोड़ रुपए का राजस्व इकट्ठा हुआ है. पहले करीब दो करोड़ रुपए के पौधे ही विभाग से बेचे जाते थे, लेकिन इस बार काफी सुधार आया है. जिसकी वजह से राशि 6.62 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है. इस बैठक के दौरान नर्सरी को लेकर प्रेजेंटेशन भी दिया गया है. इसमें मंत्री को प्रस्तावित नर्सरी एक्ट और गोंद निकालने की पॉलिसी भी बताई गई है.