भोपाल। राजधानी में दो दिवसीय 'एक्सपीरियन्स शेयरिंग बाय लीडर्स ऑफ कम्युनिटी होम स्टे इन इण्डिया' कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल भी उपस्थित हुए. इस कार्यक्रम में उन्होंने पर्यटन क्षेत्रों को दुनिया के सामने लाने की बात कही. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों को एनजीओ के माध्यम से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए.
ग्रामीण क्षेत्रों को भी अब पर्यटन की दृष्टि से किया जाएगा विकसित- मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल - पर्यटन स्थल
राजधानी में 'एक्सपीरियन्स शेयरिंग बाय लीडर्स ऑफ कम्युनिटी होम स्टे इन इण्डिया' कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों को पर्यटन स्थल बनाने की बात कही.
पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह
भोपाल। राजधानी में दो दिवसीय 'एक्सपीरियन्स शेयरिंग बाय लीडर्स ऑफ कम्युनिटी होम स्टे इन इण्डिया' कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल भी उपस्थित हुए. इस कार्यक्रम में उन्होंने पर्यटन क्षेत्रों को दुनिया के सामने लाने की बात कही. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों को एनजीओ के माध्यम से पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए.
Intro:प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों को भी अब पर्यटन की दृष्टि से किया जाएगा विकसित = पर्यटन मंत्री
भोपाल | राजधानी में आयोजित दो दिवसीय'एक्सपीरियन्स शेयरिंग बाय लीडर्स ऑफ कम्युनिटी होम स्टे इन इण्डिया' कार्यशाला का समापन हो गया समापन अवसर पर प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल भी उपस्थित हुए इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों को किस तरह से दुनिया के सामने लाया जाए साथ ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने पर जोर दिया . इस कार्यशाला में अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड की भावना वालिम्बे, संचालक (कौशल विकास) मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड मनोज सिंह और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे .Body:कार्यशाला के समापन अवसर पर प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा है कि गाँवों को एनजीओ के माध्यम से पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जायेगा . इसमें ग्रामीणों के लिये रोजगार के अवसर भी खोजे जायेंगे। श्री बघेल नेमें यह जानकारी दी . उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सर्वप्रथम प्रमुख पर्यटन स्थलों से जुड़े गावों की पहचान करेगी. इसमें ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के पास वाले गाँवों को जोड़ा जायेगा .
मंत्री बघेल ने कहा कि ग्रामीण पर्यटन के लिये एनजीओ द्वारा ग्रामवासियों के साथ मिलकर पर्यटकों को गाँव के माहौल में ठहरने और भोजन आदि के अच्छे इंतजाम किये जायेंगे. ग्रामीण परिवेश के आवासों को आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जायेगा. पर्यटकों को स्थानीय व्यंजन एवं भोजन सुलभ कराया जायेगा. उन्हें चिकित्सा सुविधा भी दी जायेगी.
Conclusion:पर्यटन मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में आज भी कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जो अपने आप में कई तरह के इतिहास को लेकर बैठे हैं लेकिन कई लोगों को इसकी सही ढंग से जानकारी ही नहीं है जरूरत है कि हम उन सभी जानकारियों को एकत्रित करें और विस्तार के साथ लोगों तक इसे पहुंचाने का काम करें .
सचिव पर्यटन फैज अहमद किदवई ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन विकसित करने में जिला टूरिज्म प्रमोशन कॉन्सिल की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी . .कार्यशाला में मल्लिका विर्दी (संस्थापक हिमालयन आर्क), पारस लुम्बा (संस्थापक ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन) ने सहभागिता की .
भोपाल | राजधानी में आयोजित दो दिवसीय'एक्सपीरियन्स शेयरिंग बाय लीडर्स ऑफ कम्युनिटी होम स्टे इन इण्डिया' कार्यशाला का समापन हो गया समापन अवसर पर प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल भी उपस्थित हुए इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों को किस तरह से दुनिया के सामने लाया जाए साथ ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने पर जोर दिया . इस कार्यशाला में अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड की भावना वालिम्बे, संचालक (कौशल विकास) मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड मनोज सिंह और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे .Body:कार्यशाला के समापन अवसर पर प्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा है कि गाँवों को एनजीओ के माध्यम से पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जायेगा . इसमें ग्रामीणों के लिये रोजगार के अवसर भी खोजे जायेंगे। श्री बघेल नेमें यह जानकारी दी . उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सर्वप्रथम प्रमुख पर्यटन स्थलों से जुड़े गावों की पहचान करेगी. इसमें ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के पास वाले गाँवों को जोड़ा जायेगा .
मंत्री बघेल ने कहा कि ग्रामीण पर्यटन के लिये एनजीओ द्वारा ग्रामवासियों के साथ मिलकर पर्यटकों को गाँव के माहौल में ठहरने और भोजन आदि के अच्छे इंतजाम किये जायेंगे. ग्रामीण परिवेश के आवासों को आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जायेगा. पर्यटकों को स्थानीय व्यंजन एवं भोजन सुलभ कराया जायेगा. उन्हें चिकित्सा सुविधा भी दी जायेगी.
Conclusion:पर्यटन मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में आज भी कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जो अपने आप में कई तरह के इतिहास को लेकर बैठे हैं लेकिन कई लोगों को इसकी सही ढंग से जानकारी ही नहीं है जरूरत है कि हम उन सभी जानकारियों को एकत्रित करें और विस्तार के साथ लोगों तक इसे पहुंचाने का काम करें .
सचिव पर्यटन फैज अहमद किदवई ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन विकसित करने में जिला टूरिज्म प्रमोशन कॉन्सिल की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी . .कार्यशाला में मल्लिका विर्दी (संस्थापक हिमालयन आर्क), पारस लुम्बा (संस्थापक ग्लोबल हिमालयन एक्सपीडिशन) ने सहभागिता की .