भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला से माखनलाल यूनिवर्सिटी में हुई नियुक्तियों के संबंध में ईओडब्ल्यू ने फिर पूछताछ की है. कुठियाला से नियुक्तियों को लेकर करीब चालीस से पचास प्रश्न पूछे गए, इनमें से अधिकांश सवालों का जवाब उनके पास नहीं था.
MCU के पूर्व कुलपति कुठियाला से 5वीं बार हुई पूछताछ, नहीं दे पाये जवाब - भोपाल न्यूज
भोपाल में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला से माखनलाल यूनिवर्सिटी में हुई नियुक्तियों के संबंध में पांचवी बार पूछताछ की गई है.
एमसीयू के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला से पांचवी बार पूछताछ
भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला से माखनलाल यूनिवर्सिटी में हुई नियुक्तियों के संबंध में ईओडब्ल्यू ने फिर पूछताछ की है. कुठियाला से नियुक्तियों को लेकर करीब चालीस से पचास प्रश्न पूछे गए, इनमें से अधिकांश सवालों का जवाब उनके पास नहीं था.
Intro:भोपाल- माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बीके कुठियाला से ईओडब्ल्यू ने आज फिर पूछताछ की। करीब 5 घंटे चली पूछताछ में आज कुठियाला से माखनलाल यूनिवर्सिटी में हुई नियुक्तियों के संबंध में पूछताछ की गई। आज कुठियाला से नियुक्तियों को लेकर करीब 40 से 50 प्रश्न पूछे गए इनमें से अधिकांश सवालों के जवाब कुठियाला नहीं दे पाए।
Body:माखनलाल यूनिवर्सिटी में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला के 8 साल के कार्यकाल में कई नियुक्तियां हुई है इन्हीं नियुक्तियों को लेकर आज कुठियाला से करीब 40 से 50 सवाल पूछे गए। इनमें से अधिकांश सवालों के जवाब कुठियाला नही दे पाए। बताया जा रहा है कि कुठियाला ने अपने कार्यकाल में एक आदेश जारी कर चयन समिति के गठन का अधिकार भी खुद के ही पास रख लिया था और इसके बाद यूनिवर्सिटी में कई नियुक्तियां की गई। इससे जुड़े कई सवालों के जवाब कुठियाला देने में असमर्थ रहे लिहाजा उन्हें अब 7 अक्टूबर को फिर से तलब किया गया है।
बाइट- केएन तिवारी, डीजी, इओडब्ल्यू।
Conclusion:
Body:माखनलाल यूनिवर्सिटी में पूर्व कुलपति बीके कुठियाला के 8 साल के कार्यकाल में कई नियुक्तियां हुई है इन्हीं नियुक्तियों को लेकर आज कुठियाला से करीब 40 से 50 सवाल पूछे गए। इनमें से अधिकांश सवालों के जवाब कुठियाला नही दे पाए। बताया जा रहा है कि कुठियाला ने अपने कार्यकाल में एक आदेश जारी कर चयन समिति के गठन का अधिकार भी खुद के ही पास रख लिया था और इसके बाद यूनिवर्सिटी में कई नियुक्तियां की गई। इससे जुड़े कई सवालों के जवाब कुठियाला देने में असमर्थ रहे लिहाजा उन्हें अब 7 अक्टूबर को फिर से तलब किया गया है।
बाइट- केएन तिवारी, डीजी, इओडब्ल्यू।
Conclusion: