भोपाल। प्रदेश के कई जिलों में टिड्डी दल फसलों-वनस्पतियों पर कहर बनकर टूट रहा है. टिड्डी दल के हमले से किसान परेशान हैं. हालांकि, सरकार की ओर से दिड्डी दल को रोकने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है. ताकि टिड्डी दल को भगाया जा सके, लेकिन अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है. टिड्डी दल के मुद्दे को उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार से मांग की है कि जिन किसानों का नुकसान हुआ है, उनकी सरकार को मदद करनी चाहिए.
दिग्विजय सिंह ने मालवा अंचल के अधिकांश जिलों में टिड्डी दल से किसानों की फसलों के खराब होने पर मुआवजा दिये जाने की राज्य सरकार से मांग की है. उनका कहा है कि टिड्डी दल ने कई जिलों में ग्रीष्मकालीन फसलों को बहुत नुकसान पहुंचाया है. किसानों की फसलें खराब हो गई हैं. किसान रात में जागकर टिड्डियों को थाली-डीजे बजाकर भगा रहे हैं.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि टिड्डी प्रभावित जिले के गांवों में कृषि विशेषज्ञों का दल भेजकर टिड्डी दल से बचाव के उपाय किए जाएं. आसपास के उन संभावित जिलों रायसेन, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, हरदा और बैतूल में भी कृषि वैज्ञानिकों को पूर्व सूचना देकर किसानों को इससे बचाव के तरीके बताऐ जाएं, जहां टिड्डियों का हमला हो सकता है. टिड्डी दल अभी तक मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर, देवास, शाजापुर होते हुए सीहोर तक पहुंच गया है. इसके हमले से किसान परेशान हैं और शासन से राहत एवं बचाव की मांग कर रहे हैं.
उनका कहना है कि फल-फूल और सब्जियों के खराब होने से प्रभावित किसानों की क्षति का आंकलन कराते हुए राजस्व संहिता के अनुरूप मुआवजा दिया जाये. साथ ही समस्त किसानों को टिड्डी दल को मारने के लिये कीटनाशक भी तत्काल निःशुल्क उपलब्ध कराये जाएं. इन क्षेत्रों में कृषि वैज्ञानिकों की तैनाती भी की जाए, जो किसानों को उचित सलाह दे सके.