भोपाल। जेपी अस्पताल में एक नर्स की गलती के कारण बच्चों बदलने को लेकर जमकर विवाद हुआ. हालांकि मामला बढ़ने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल एक जांच टीम गठित की, जिसके द्वारा इस पूरे मामले की जांच की गई और मामले का निदान निकालने की कोशिश की गई है. इस दौरान जांच कर रही समिति ने भी डीएनए टेस्ट कराने की अनुशंसा की है. अब दोनों बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, उसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन सा बच्चा किसका है.
दरअसल, जेपी अस्पताल में गुरुवार को दो महिलाओं की डिलीवरी अलग-अलग समय पर होनी थी. इस दौरान ओटी में तैनात नर्स ने प्रसूता पिंकी पटेल के परिजनों को बेटा ला कर दिया था. 20 मिनट के बाद उसी नर्स ने कहा कि गलती से प्राची नाम की दूसरी प्रसूता का नवजात आपको दे दिया था. पिंकी को बेटी हुई है, यह सुनते ही परिजन के होश उड़ गए, उन्होंने बच्चा बदलने का नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों पर आरोप भी लगाया.
परिजनों ने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन ने तीन डॉक्टरों की कमेटी से जांच कराने के बाद कहा कि नर्स से भूल हुई है. उसने एक प्रसूता का बच्चा दूसरे के परिजनों को सौंप दिया था, हालांकि पिंकी के परिजन पुलिस से डीएनए जांच कराने की मांग कर रहे थे, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. दोनों ही प्रसूता भोपाल की रहने वाली हैं.