भोपाल। मध्यप्रदेश में कुपोषण को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन की तरफ से पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
कुपोषण के खिलाफ राष्ट्रीय पोषण मिशन ने छेड़ी मुहिम, कार्यक्रमों के जरिए लोगों को किया जा रहा जागरूक
मध्यप्रदेश में कुपोषण को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत कई चरणों में तमाम कार्यक्रमों के आयोजन किए जा रहे हैं.
राष्ट्रीय पोषण मिशन की तरफ से पोषण माह का आयोजन
भोपाल। मध्यप्रदेश में कुपोषण को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन की तरफ से पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है, जिसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
Intro:भोपाल- मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत चलाये जा रहे पोषण माह के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग ने कई चरणों में गतिविधियों का आयोजन किया।
इस अभियान के तीसरे चरण तक विभिन्न गतिविधियों में मध्य प्रदेश से अब तक करीब 50 लाख लोगों ने सहभागिता की है, जिसमें कई गतिविधियों में भाग लेने वाले बच्चे,महिला और पुरूष शामिल है।
इस अभियान में सितम्बर महीने में कुल 4,70,58,398 लोगों को जोड़ा गया है।
राष्ट्रीय पोषण मिशन में प्रदेश को अलग-अलग कैटेगरी में 14 पुरस्कार भी भारत सरकार देंगी।
Body:इस बारे में जानकारी देते हुए महिला एवं बाल विकास विकास के मुख्य सचिव अनुपम रंजन ने बताया कि हमारी कोशिश है कि ग्रामीण स्तर पर हर दिन 5 गतिविधियां हो।
इसके साथ ही इस अभियान के जरिये स्कूल जाने वाली बच्चियों से बात की जा रही है और पोषण को लेकर भी स्व सहायता समूहों से बात की जा रही है कि खाने में किन-किन पोषण तत्वों का होना जरूरी है और लोगों को इसके बारे में जानकारी दी जा रही है।
Conclusion:बता दें कि इस अभियान का लक्ष्य 2022 तक 0-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों में रुके हुए विकास के राष्ट्रीय औसत को 38.4% से घटाकर 25% करना, अल्प पोषण खून की कमी और जन्म के वक्त कम वजन वाले शिशुओं की संख्या में कमी लाना है। साथ ही सभी आयु वर्ग के लोगों में पोषण के बारे में सही जानकारी भी पहुंचाना है।
इस अभियान के तीसरे चरण तक विभिन्न गतिविधियों में मध्य प्रदेश से अब तक करीब 50 लाख लोगों ने सहभागिता की है, जिसमें कई गतिविधियों में भाग लेने वाले बच्चे,महिला और पुरूष शामिल है।
इस अभियान में सितम्बर महीने में कुल 4,70,58,398 लोगों को जोड़ा गया है।
राष्ट्रीय पोषण मिशन में प्रदेश को अलग-अलग कैटेगरी में 14 पुरस्कार भी भारत सरकार देंगी।
Body:इस बारे में जानकारी देते हुए महिला एवं बाल विकास विकास के मुख्य सचिव अनुपम रंजन ने बताया कि हमारी कोशिश है कि ग्रामीण स्तर पर हर दिन 5 गतिविधियां हो।
इसके साथ ही इस अभियान के जरिये स्कूल जाने वाली बच्चियों से बात की जा रही है और पोषण को लेकर भी स्व सहायता समूहों से बात की जा रही है कि खाने में किन-किन पोषण तत्वों का होना जरूरी है और लोगों को इसके बारे में जानकारी दी जा रही है।
Conclusion:बता दें कि इस अभियान का लक्ष्य 2022 तक 0-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों में रुके हुए विकास के राष्ट्रीय औसत को 38.4% से घटाकर 25% करना, अल्प पोषण खून की कमी और जन्म के वक्त कम वजन वाले शिशुओं की संख्या में कमी लाना है। साथ ही सभी आयु वर्ग के लोगों में पोषण के बारे में सही जानकारी भी पहुंचाना है।