भोपाल(Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj talks to mp children virtually) ने अपने निवास में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्यप्रदेश के शासकीय और अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से संवाद किया.सीएम शिवराज ने बच्चों से कहा की हम एकाग्र होकर पढ़ेंगे तो चीजें हमारे दिमाग में बैठेंगी.सीएम ने छात्रों से कहा कि जीवन में नियमितता होनी चाहिए. गलत संगति से बचना भी जरूरी है. माता-पिता और गुरुओं का आदर करें. गुरुओं के लिए भी अध्यापन से बड़ा कोई धर्म नहीं है.
-
हमारे बच्चे देश के भविष्य के निर्माता हैं। ये खूब पढ़ें भी और खूब खेलें भी, मैं यही चाहता हूँ। बच्चों के सपनों को पंख देने में मेरी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 31, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आज मध्यप्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से संवाद किया। https://t.co/TBvnRJ0cx5 https://t.co/07KwZHOdKg pic.twitter.com/cY95UJ4al8
">हमारे बच्चे देश के भविष्य के निर्माता हैं। ये खूब पढ़ें भी और खूब खेलें भी, मैं यही चाहता हूँ। बच्चों के सपनों को पंख देने में मेरी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 31, 2021
आज मध्यप्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से संवाद किया। https://t.co/TBvnRJ0cx5 https://t.co/07KwZHOdKg pic.twitter.com/cY95UJ4al8हमारे बच्चे देश के भविष्य के निर्माता हैं। ये खूब पढ़ें भी और खूब खेलें भी, मैं यही चाहता हूँ। बच्चों के सपनों को पंख देने में मेरी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 31, 2021
आज मध्यप्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से संवाद किया। https://t.co/TBvnRJ0cx5 https://t.co/07KwZHOdKg pic.twitter.com/cY95UJ4al8
सीएम ने अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से किया संवाद
सीएम ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मध्यप्रदेश अक्षरश पालन कराने की बात कही. नेशनल अचीवमेंट सर्वे बहुत जल्द होने जा रहा है. यह दक्षता की परीक्षा है. इस बार हमें टॉप 10 में स्थान बनाना है. सीएम ने कहा बच्चों, भविष्य की चिंता मत करो, केवल परिश्रम करो, मैं हर कदम पर आपके साथ हूँ.
जीवन में अनुशासन पर दिया जोर
हर बच्चा प्रतिभाशाली है. कोई भी बच्चा ऐसा नहीं है जिसमें प्रतिभा न हो. हमें बस उस प्रतिभा को पहचानने की जरूरत है. हमें अनुशासन को अपने जीवन का अंग बनाना होगा. अनुशासित जीवन ही सफलता की कुंजी है.खेलकूद, व्यायाम और योग शरीर को मजबूती देता है. माता-पिताओं को अपने बच्चों को खेलकूद का समय भी देना चाहिए. स्मार्टफोन पर खेलने से शरीर नहीं बनता. हमें इसके साथ ही खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना है.
'लेडी सिंघम' के जाते ही सड़क पर फर्राटे भरने लगे रेत भरे वाहन! माफियाओं के आगे बेबस है पुलिस
मां-बाप से कहा बच्चों को दे समय
बचपन में ही बड़े होकर हम क्या बनेंगे, इसकी नींव मजबूत होती है. यह समय कठिन है लेकिन बच्चों की गतिविधियां थमी नहीं हैं इसके लिए मैं शिक्षकों और अभिभावकों का भी अभिनंदन करता हूं जिन्होंने बच्चों को शिक्षा देना नहीं छोड़ा.वहीं अभिभावकों से बात करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभिभावकों से मैं कहना चाहता हूं कि अपने बच्चों को समय दें. उनके क्रियाकलापों पर ध्यान दें. बच्चे एकाकी महसूस न करें.