भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लेकर पुलिस विभाग ने एक बार फिर मांग उठाई है. IPS मीट के शुभारंभ के मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय यादव ने मुख्यमंत्री से गुजारिश करते हुए कहा कि भोपाल-इंदौर जैसे शहरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली की जरूरत है, इसके बारे में विचार किया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ये प्रस्ताव अभी स्वीकार नहीं हुआ है, लेकिन याद रखिए अभी इसे रिजेक्ट भी नहीं किया गया है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश विविधताओं का प्रदेश है. ये देश का सबसे बड़ा ट्राइबल स्टेट भी है, इसलिए हमारे प्रदेश की चुनौतियां भी अलग हैं. पुलिस हर तरीके से सरकार को मदद करती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वो 8 साल पहले शिकागो के पुलिस हेड क्वार्टर गए थे, वहां की टेक्नोलॉजी देखी, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि वहां से बेहतर टेक्नोलॉजी हमारे पास है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध के तरीके बदले हैं, वित्तीय अपराध भी बढ़े हैं, इसके लिए तकनीक में और बढ़ोतरी करनी होगी.
सीएम कमलनाथ ने कहा कि सरकार इसके लिए फंडिंग करने के लिए तैयार है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि सभी अपनी यूनिफॉर्म की रिस्पेक्ट करें, मुझे विश्वास है मध्यप्रदेश एक दिन सबसे बेहतर प्रदेश बनेगा.
DGP बोले पुलिस प्रदेश का चेहरा
IPS मीट के शुभारंभ के मौके पर पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस किसी भी प्रदेश का सबसे पहले दिखाई देने वाला चेहरा है, इसलिए जरूरत है कि हम अपनी ड्यूटी को पूरी जिम्मेदारी से निभाएं. उन्होंने कहा कि हम सब बहुत महत्वपूर्ण पदों पर हैं, पूरे प्रदेश की सुरक्षा का जिम्मा हमारे कंधों पर है और कई बार मानसिक-शारीरिक तकलीफों के बावजूद हम हमेशा अपनी ड्यूटी सफलतापूर्वक निभाते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में नई तकनीकों के साथ पुलिसिंग भी बेहतर हुई है, इसके कई उदाहरण सामने आए हैं. उन्होंने प्रदेश में IIFA जैसे अवॉर्ड समारोह कराए जाने के लिए मुख्यमंत्री को बधाई भी दी है.