भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आयुष विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश के सभी चिकित्सा माहविद्यालयों में आयुष विंग की स्थापना करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि आयुष चिकित्सा पद्धति के प्रति आम जनता में रूझान बढ़ा है. लेकिन सही विकास न होने के कारण लोग इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं. इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ मौजूद रहीं.
नीमच में हर्बल मंडी के प्रस्ताव को मंजूरी
इस दौरान मुख्यमंत्री ने नीमच जिले में हर्बल मंडी बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. उन्होंने भारत सरकार को इस संबंध में सहमति पत्र भेजने के निर्देश दिए हैं.
वेलनेस टूरिज्म को मिले प्रोत्साहन
सीएम कमलनाथ ने वेलनेस टूरिज्म को भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए है. कमलनाथ ने कहा कि आज पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में पंचकर्म योग जैसी कई विधाएं हैं, जो मनुष्य को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य बनाने के साथ ही गंभीर बीमारियों का निदान भी करती हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में कार्ययोजना कर निजी क्षेत्रों को भी अवसर प्रदान किया जाना चाहिए.
शोध के लिए विदेश जाएगा विशेष दल
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में आयुष पद्धति में शोध एवं विकास की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विश्व के अग्रणी देशों( जैसे होम्योपैथी में जर्मनी और हर्बल मेडीसिन में चीन)में अध्ययन के लिए आयुष विभाग का दल भेजने को कहा है. उन्होंने कहा कि ये दल उपरोक्त चिकित्सा पद्धति में एमओयू की संभावना का भी पता लगाए.
पुस्तक का हो प्रकाशन
इसके साथ ही उन्होंने भारतीय चिकित्सा पद्धति से जुड़ी विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्यवर्द्धक जानकारियां, आयुर्वेदिक उपाय तथा औषधिय पौधे से संबंधित पुस्तकें प्रकाशित करने के निर्देश भी दिए हैं.