भोपाल। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण कक्षा 1 से 7 तक के बच्चों की पढ़ाई अब Whatsapp Group के माध्यम से की जाएगी. संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल धनराजू एस ने प्रदेश के सभी जिला समन्वयक शिक्षा केंद्र को निर्देशित किया है कि कोविड-19 के कारण विद्यालय बंद रहने की स्थिति में शिक्षण प्रक्रिया को निरंतर रखने हेतु विभाग द्वारा पिछले साल विभिन्न गतिविधियां संचालित की गई, जिसके अन्तर्गत प्रदेश के सभी शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों तक विभिन्न माध्यमों जैसे- टी.वी, रेडियो, व्हाट्सएप्प, गृहसंपर्क, फोन आदि के माध्यम से गुणवत्तायुक्त शिक्षण सामग्री पहुंचाने में शिक्षकों ने अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
ऐसे बनाए जाएंगे Whatsapp Group
शासन के निर्देश अनुसार 10 जून 2021 तक कक्षावार Whatsapp Group बनाए जाएंगे. व्हाट्सएप ग्रुप का नामकरण करने के बाद स्कूल का नाम और कक्षा की जानकारी भरनी होगी. साथ ही DigiLEP समूह कक्षा स्तर के व्हाट्सएप समूहों की ट्रैकिंग के लिए शासन द्वारा दी गई लिंक पर यह जानकारी अपलोड करना होगी.
Whatsapp Group पर ऐसे होगी पढ़ाई
प्रदेश में संकुल स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप पहले से ही बने हुए हैं, जिसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों को जोड़कर डिजिलेप कार्यक्रम किया जा रहा है. राज्य से लेकर संकुल/ कक्षा स्तर तक व्हाट्सएप समूह बनाए गए हैं. इनके माध्यम से शिक्षक अपनी कक्षा के विद्यार्थियों के साथ व्यक्तिगत संपर्क स्थापित कर सकते हैं, जो संकुल स्तर के समूहों में संभव नहीं होता है. शिक्षक इन समूहों के माध्यम से राज्य स्तर से भेजी गई सामग्री को सभी विद्यार्थियों के साथ दोबारा साझा करेंगे. विद्यार्थियों को अपने होमवर्क वर्कशीट आदि के चित्र लेकर शिक्षक के साथ साझा करने के लिए कहेंगे.
अगली कक्षा में पहुंचने वाले विद्यार्थियों की Whatsapp Group व्यवस्था
जिन शिक्षकों ने पहले से ही कक्षा स्तर के Whatsapp Group बना लिए हैं, उन्हें अकादमिक सत्र 2021-22 में अगली कक्षा में पहुंचे विद्यार्थियों के लिए बदलाव करने होंगे. कक्षा 1 से 7 के सभी शिक्षक अपने कक्षा के समूहों में अगली कक्षा के शिक्षक को जोड़ेंगे, उन्हें एडमिन बनाएंगे और स्वयं समूह से बाहर निकल जाएंगे. उदाहरण के लिए कक्षा 6 के सभी विद्यार्थी जो इस साल कक्षा 7 में पहुंच गए हैं. अपने नए शिक्षकों से संपर्क बना पाएंगे. कक्षा में बदलाव अनुसार ग्रुप का नाम भी चेंज करना होगा. कक्षा 8 के शिक्षक अपनी कक्षा के समूह को डिलीट कर देंगे. कक्षा 1 के शिक्षक अकादमिक सत्र 2021-22 में आने वाले नए विद्यार्थियों के लिए नया व्हाट्सएप ग्रुप बनाएंगे.
संकुल स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनेंगे
संकुल स्तर पर अकादमिक सत्र 2021-22 प्रारम्भ होने के साथ ही सभी विद्यार्थी पिछली कक्षा उत्तीर्ण कर अगली कक्षा में पहुंच गए हैं. ऐसे विद्यार्थियों को एक अलग समूह में स्थानांतरित करने की जगह उसी समूह में अगले कक्षा के शिक्षकों को जोड़ने की रणनीति पर काम करेंगे.
पड़ोसी के मोबाइल पर भी होगी पढ़ाई
वे विद्यार्थी जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है. ऐसे विद्यार्थियों को उनके आस - पास रहने वाले लोगों के स्मार्ट फोन पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाना है, जिससे कि व्हाट्सएप ग्रुप पर उनकी पढ़ाई करवाई जा सके.
ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पढ़ रहे बच्चे, सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं एक्सपीरियंस
मेंटर का चयन
मेंटर विद्यार्थी के आस - पड़ोस में रहने वाले समुदाय के कोई भी सदस्य जैसे माता - पिता, बड़े भाई - बहन, सेवानिवृत्त शिक्षक, पड़ोसी, रिश्तेदार हो सकते हैं। यदि माता - पिता के अलावा किसी अन्य व्यक्ति का मेंटर के तौर पर चयन किया जा रहा है, तो शिक्षक को चयनित बच्चे के माता पिता की सहमति लेना जरूरी होगा.
इस तरह होगी मेंटर की पहचान
- सभी शिक्षक 20 जून 2021 तक अपनी कक्षा अंतर्गत आने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए मेंटर की पहचान करेंगे व उन्हें जिम्मेदारियों से अवगत कराएंगे.
- विद्यालय के सभी विद्यार्थियों के मेंटर की सूची संलग्न प्रपत्र अनुसार विद्यालय स्तर पर हेडमास्टर / प्रिंसिपल द्वारा एकत्रित की जाएगी.
- हेडमास्टर व शिक्षक दैनिक रूप से 5 मेंटर्स से फोन पर संपर्क करेंगे. मेंटर पहचान की ट्रैकिंग लिंक- https://forms.gle/HeSNJxUS5eq2WMhT8 से होगी जिसे भरने की जिम्मेदारी CAC की रहेगी. इस लिंक पर प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं के सभी विद्यार्थियों की सूची अपलोड करेंगे