भोपाल। चंद्रयान-3 के चांद पर लैंडिंग से पहले भोपाल के छात्र शिक्षिकाएं और आमजन अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए आंचलिक विज्ञान केंद्र पहुंच रहे हैं. क्योंकि यहां आंचलिक विज्ञान केंद्र द्वारा Chandrayaan-3 का एक स्केल डाउन मॉडल तैयार किया गया है. इस मॉडल के जरिए स्टूडेंट और टीचर यह आसानी से जान पा रहे हैं कि कैसे Chandrayaan-3 चांद पर लैंडिंग करेगा और उसका कौन सा पार्ट किस तरफ है.
मॉडल के साथ एक इंफोग्राफिक डिस्प्ले: आंचलिक विज्ञान केंद्र के प्रकल्प समन्वयक साकेत सिंह कौरव ने बताया कि ''हमने चंद्रयान-3 के मॉडल के साथ एक इंफोग्राफिक डिस्प्ले भी किया है. यह इंफोग्राफिक डिस्प्ले में जो वीडियो इस्तेमाल किया जा रहा है वह इसरो केंद्र द्वारा हमें प्रदान किए गए हैं. ओरिजिनल फुटेज की मदद से तैयार किए गए इस वीडियो को देखकर छात्रों की जिज्ञासा का समाधान हो रहा है.'' उन्होंने बताया कि ''इस मॉडल और वीडियो इंफोग्राफिक को देखकर बच्चों में एवं आम जनता में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रति जागरूकता बढ़ रही है. साथ ही भारत के चंद्रायन-3 द्वारा चांद की सतह को छूने के इस ऐतिहासिक हिस्से को समझ कर उसका हिस्सा बनने जा रहे हैं.''
साइंस सेंटर से होगा लाइव प्रसारण: साकेत सिंह कौरव ने यह भी बताया कि ''इस समय भारत एकमात्र देश ऐसा है, जिसके चार प्रोजेक्ट अंतरिक्ष में हैं.'' उन्होंने बताया कि ''बुधवार को जब Chandrayaan-3 की चांद पर लैंडिंग होगी तब आंचलिक विज्ञान केंद्र में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और लाइव प्रसारण से पहले लोगों को चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बारे में विस्तार से बताया जाएगा.''
टीचर्स और बच्चे उत्साहित: ईटीवी भारत ने साइंस सेंटर आए बच्चों से बात की तो पता चला कि सत्य साईं कॉलेज के स्टूडेंट और टीचर भी बड़ी संख्या में इस मॉडल को देखने के लिए आई हैं. टीचर और स्टूडेंट ने बताया कि ''वह बेहद उत्साहित हैं." टीचर्स ने बताया कि ''उनके शिक्षक जीवन में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब बच्चों को विज्ञान के बारे में बहुत कुछ नहीं बताना पड़ रहा है. बच्चे काफी कुछ पहले से ही समझ रहे हैं.'' वहीं, बच्चों का कहना है कि ''उन्हें गर्व की अनुभूति हो रही है कि वे भारत में जन्मे.''