भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा का चंदा वसूली अभियान अब पार्टी की मुसीबत बन गया है जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मैदान में उतरने वाले हैं. अपनी पार्टी के किए गए 150 करोड़ रुपए समर्थन निधि के वादे को पूरा करने के लिए सीएम ने लोगों के बीच जाने का फैसला किया है. राज्य में बीजेपी सरकार अभियान के तहत टारगेट पूरा नहीं कर पाई है. काम में ढिलाई होता देख हाई कमान ने नेताओं को जमकर फटकार लगाई, साथ ही राजधानी भोपाल में 5 करोड़ का चंदा 15 मार्च तक इकट्ठा करने के निर्देश दिए गए हैं.
15 दिन में 4 करोड़ 22 लाख इकट्ठा करने के निर्देश
पार्टी के पास 15 दिन का समय है, जिसमें भोपाल में आज की तारीख में केवल 77 लाख ही इकट्ठा हो पाया है. बचे हुए 4 करोड़ 22 लाख के आंकड़े को 15 दिन में पूरा करने में भाजपा के पसीने छूट रहे हैं. ऐसे में पार्टी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का सहारा लेने जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बीजेपी के समर्पण नीति अभियान में शामिल होंगे और वह भी लोगों से अपील करेंगे कि पार्टी के लिए अपनी समर्पण निधि दें.
1 मार्च से तेज होगा कार्यक्रम
भोपाल भाजपा कार्यालय में समर्पण निधि को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ऑनलाइन शामिल हुए. सीएम शिवराज हर बूथ पर समर्पण निधि इकट्ठा करने के लिए जाएंगे. हालांकि भाजपा से टारगेट को लेकर सवाल किए जाने पर पार्टी अध्यक्ष ने बात को घुमा फिरा कर, आंकड़े छिपाते हुए कहा कि यह कोई पैसे लेने का मामला नहीं है बल्कि लोगों को पार्टी से जोड़ने का अभियान है. बीजेपी ने अपना समर्पण निधि का कार्यक्रम 1 मार्च से तेज करने का फैसला लिया है. 1 मार्च से लेकर 15 मार्च तक विशेष रणनीति के तहत बड़े-बड़े नेता मैदान में दिखाई देंगे.