भोपाल। बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर मौजूदा वक्त में बीजेपी विधायकों के खिलाफ प्रतिशोध की भावना के चलते हो रही कार्रवाई को लेकर ज्ञापन सौंपा है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, विधायक संजय पाठक, विधायक विश्वास सारंग, विधायक कृष्णा गौर सहित अन्य नेताओं ने ज्ञापन के जरिए राज्यपाल से मामले में हस्तक्षेप करने की बात की है.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का आरोप है कि सरकार हमारे विधायकों और नेताओं के साथ प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण है संजय पाठक के व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर सरकार की कार्रवाई. इसके साथ ही आनन-फानन में सुरक्षा गार्डों का बदलना कहीं ना कहीं सरकार की छुपी हुई मंशा को दर्शाता है, तो वहीं बीजेपी विधायक संजय पाठक ने अपनी जान का खतरा होते बताते हुए कहा कि वह पिछली रात जिस तरीके से घटनाक्रम हुआ है. उससे लग रहा है कि सरकार उन्हें और उनके परिवार पर दबाव डाल रही है.
संजय पाठक का कहना है कि सरकार की तरफ से मेरे ऊपर कांग्रेस में शामिल होने का दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन मैं बीजेपी में हूं और मरते दम तक बीजेपी में रहूंगा. उनका कहना है कि मेरे व्यापारिक प्रतिष्ठान पिछले छह दशक से चल रहे हैं,लेकिन मेरे कारोबार में सरकार प्रतिशोध की भावना के चलते कार्रवाई कर रही है.
बता दें कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने संजय पाठक की 2 खदानों को सील किया है, तो वहीं बांधवगढ़ में बने उनके फार्म हाउस पर भी अतिक्रमण की कार्रवाई करते हुए उसे ध्वस्त कर दिया है. यही नहीं 2 दिन पहले ही विश्वास सारंग और संजय पाठक के सुरक्षाकर्मियों का हटाकर दूसरी सुरक्षा तैनात की है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री कुसुम मेहदेले की सुरक्षा भी सरकार ने वापस ले ली है. इसके अलावा अन्य बीजेपी विधायक और पूर्व विधायकों के गनमैन भी सरकार हटा रही है.