भोपाल। क्या कोरोना देश और प्रदेश के सत्ताधारी दल भाजपा के लिए आपदा की जगह अवसर बन गया है. दरअसल अब भाजपा पर ये आरोप लगने लगे हैं, कि कोरोना की आड़ में भाजपा सरकार गिराने और मध्यप्रदेश के आगामी उपचुनाव टालने की कोशिश कर रही है. क्योंकि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिरे हुए 4 महीने से ज्यादा वक्त बीत गया है. ऐसी स्थिति में जिन विधायकों की बगावत और इस्तीफे के कारण सरकार गिरी थी. उस हिसाब से अगले 2 माह के भीतर चुनाव हो जाना चाहिए.
उपचुनाव को लेकर कांग्रेस का बीजेपी पर आरोप
मध्यप्रदेश में विधानसभा उपचुनाव वाले इलाकों में एकदम से कोरोना की संख्या बढ़ गई है. और दूसरी तरफ राजधानी भोपाल में 10 दिन का सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसलिए भाजपा की नियत पर सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा कोरोना की आड़ में लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रही है. वहीं उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग भी लाख सफाई देने के बाद यह स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि वह उपचुनाव सही समय पर करा पाएगा या नहीं.
उपचुनाव टालने की कोशिश
ग्वालियर चंबल इलाके के कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया का आरोप है कि भारत में बहुत कमजोर स्थिति का कोरोना है,उसका डेथ रेट बहुत कम और ना के बराबर है, लेकिन भाजपा जिस तरह कोरोना का इस्तेमाल कर रही है. उस तरह सर्कस में शेर का इस्तेमाल किया जाता है. बरैया का आरोप है कि उपचुनाव बढ़ाने के लिए ये कोरोना का इस्तेमाल कर रहे हैं. साथ ही कांग्रेस का आरोप है कि राजधानी भोपाल में लॉकडाउन लगाकर विधायकों की खरीद-फरोख्त को आसान बनाना चाहती है और चुनाव आयोग केंद्र सरकार के इशारे पर उप चुनाव टालने की कोशिश में लगा हुआ है.
कांग्रेस ने कहा बीजेपी का ये आखिरी समय
कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया का कहना है कि भोपाल में अचानक से लॉकडाउन इसलिए लगाया गया है कि, क्योंकि बीजेपी को अभी और विधायक तोड़ना है. भोपाल बंद रहेगा, तो जिन विधायकों को तोड़ना चाहेंगे, आसानी से तोड़ लेंगे, और खुला रहेगा तो दिक्कत जाएगी. बरैया ने कहा कि कुल भाजपा का आखरी समय चल रहा है। भाजपा अब चुनाव का सामना नहीं कर सकती है. साथ बी बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इन में हिम्मत है तो पूरी तरह से 230 सीटों पर मध्यावधि चुनाव करा लें. दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
कांग्रेस का काम सिर्फ आरोप लगाना
इधर भाजपा के प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण ने आपदा के रूप में पूरे विश्व में उपस्थिति दर्ज कराई है. जब पीएम मोदी ने जनता की चिंता की और उन्होंने इकोनामी की परवाह न करते हुए आम आदमी की जान बचाने लॉकडाउन लगाया तो कांग्रेस के लोग आरोप लगाते थे कि इकोनामी का ख्याल नहीं रख रहे हैं, और सिर्फ लॉकडाउन लगा रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस का काम सिर्फ और सिर्फ आरोप लगाना है.
इन परिस्थिति में टल सकता है चुनाव
जबकि सुप्रीम कोर्ट के वकील शांतनु सक्सेना ने उपचुनाव टालने के सवाल पर कहा कि उपचुनाव टालने के लिए जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 150 के अनुसार नोटिफिकेशन ऑफ वैकेंसी जरूरी है. नोटिफिकेशन ऑफ वैकेंसी की गई है या नहीं की गई है, इस पर सब कुछ निर्भर करता है. साथ ही कहा कि उपचुनाव के नियमों को लेकर जनप्रतिनिधित्व कानून में प्रावधान है कि section 151- A के अनुसार यदि किसी विधानसभा की सीट रिक्त किसी के निधन या इस्तीफे के कारण होती है और चुनाव की स्थिति बनती है तो 6 महीने के अंदर उपचुनाव होना चाहिए.