भोपाल। एक तरफ जहां कोरोना के चलते देश-प्रदेश और दुनिया में लोग परेशान हैं. मध्यप्रदेश में भी कोरोना के कई मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. कोरोना के चलते हर वर्ग को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं कोरोना अभी थमा भी नहीं कि बर्ड फ्लू आफत बनकर मध्यप्रदेश में पहुंच गया. राजस्थान सीमा से एमपी में पहुंचा बर्ड फ्लू की इंदौर और नीमच जिले में मुर्गियों से जुड़े नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. जिसके बाद राजधानी के चिकन शॉप संचालकों की चिंता बढ़ गई है.
राजधानी में चिकन व्यापारियों की बढ़ी मुश्किलें
मध्यप्रदेश में इंदौर और नीमच से आए मुर्गियों से जुड़े सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है. इंदौर और नीमच की चिकन शॉप से मुर्गियों के सैंपल लेकर भोपाल की हाई सिक्योरिटी एनिमल लैब में भेजे गए थे. इन सैम्पलों की जांच में वायरस पाया गया है. बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद भोपाल के चिकन व्यापारियों की चिंताएं बढ़ गईं है. सुभाष नगर स्थित चिकन शॉप का संचालन करने वाले सलमान ने कहा कि अब तक उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है लेकिन अगर ऐसा होता है तो दुकानें बंद करनी पड़ेगी और लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा.
कोरोना काल में भी उठाना पड़ा था भारी नुकसान
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते भी 3 से 4 महीने चिकन शॉप बंद रही थी. इस दौरान भी पोल्ट्री फार्म और चिकन व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. कोविड-19 के दौरान हुए लॉकडाउन के चलते पोल्ट्री फॉर्म से मुर्गियों का परिवहन ही नहीं हो पा रहा था. जिसके चलते पोल्ट्री फॉर्म संचालकों और राजधानी के चिकन शॉप संचालकों को खासा नुकसान हुआ था. अब मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद चिकन के व्यापार पर भी खासा असर पड़ेगा. प्रशासन के आदेश अनुसार चिकन व्यापारियों को अपनी दुकानें भी कुछ दिनों के लिए बंद करनी पड़ सकती है.
कौओं की मौत के बाद जारी हुआ है अलर्ट
मध्यप्रदेश के खरगोन, मंदसौर, गुना समेत कई जिलों में अचानक कौओं की बात हो रही थी. इन जिलों में कौए अचानक जमीन पर गिरकर मर रहे थे. जिसके बाद कौओं की जांच की गई तो इनमें वायरस पाया गया. इसके बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया. हरकत में आई सरकार ने सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया. इसके बाद कई जिलों से मुर्गियों के भी सैंपल लिए गए थे. जिसमें से अब इंदौर और नीमच के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं.