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जनवरी 2023 तक MP को मिलेगा खुशियों का डबल डोज, चीतों के बाद अब अफ्रीकन जेब्रा और जिराफ भी आएंगे, वन मंत्री ने दिए संकेत

मध्यप्रदेश के श्योपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अफ्रीका के नामीबिया से चीते लाए गए हैं. जिसको लेकर देश और प्रदेश वासियों ने खुशी मनाई. वहीं अब कहा ज रहा है कि चीतों के बाद मध्यप्रदेश में जेब्रा और जिराफ भी आ सकते हैं, भोपाल के वन विहार में इन्हें लाने की तैयारी की जा रही है. bhopal van vihar, zebra and giraffe come to mp, zebras and giraffes come to bhopal van vihar

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जेब्रा और जिराफ आ सकते हैं एमपी
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Published : Oct 8, 2022, 3:38 PM IST

Updated : Oct 8, 2022, 4:23 PM IST

भोपाल। अफ्रीका के नामीबिया से चीता आने के बाद अब जेब्रा और जिराफ को भी मध्यप्रदेश में लाने की तैयारी है. हालांकि जेब्रा और जिराफ के मध्यप्रदेश आने में अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. वन मंत्री विजय शाह के मुताबिक 26 जनवरी 2023 के पहले वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में जेब्रा और जिराफ को लाया जाएगा. bhopal van vihar, zebra and giraffe come to mp,

अभी चीता को लेकर प्लान अधर में: वन मंत्री विजय शाह से पूछा गया कि अफ्रीका से और चीते कब लाए जाएंगे. इस पर वन मंत्री ने कहा कि अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. अभी तो सरकार भोपाल के वन विहार में जेब्रा और जिराफ ला रही है. वन मंत्री के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए जाएंगे, लेकिन अभी जो चीते नामीबिया से आए हैं. उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है. 19 अक्टूबर को उन्हें खुले में छोड़ने का प्लान है. बता दें कि वन विभाग वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह मना रहा है. भोपाल का वन विहार सबसे अनुकूल है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यहां आने वाले पर्यटकों को जेब्रा और जिराफ़ भी नजर आएंगे.

भोपाल में बाघों के शहर में आने पर बोले वन मंत्री: भोपाल में बाघों की एंट्री को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. लगातार उनके रहवासों, खासतौर से पहाड़ियों पर बिल्डिंग और संस्थान बन गए हैं, जिसके कारण उनके इलाकों में इंसानों की दखलअंदाजी होने लगी है. जिस तरह से बाघ बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए इस क्षेत्र को अभ्यारण्य घोषित किए जाने पर विचार चल रहा है. विजय शाह ने कहा कि सबको अपनी मर्यादा में रहना चाहिए.

Nauradehi Wildlife Sanctuary में बाघ के साथ नजर आएंगे चीते, कूनो के चीतों की अगली पीढ़ी को बसाने की तैयारी

प्लास्टिक बोतल और थैलियों पर 1 जनवरी 20230 से प्रतिबंध: वन विभाग के सभी नेशनल पार्क में प्लास्टिक बोतल और थैलियों पर एक जनवरी 2023 से प्रतिबंध लगाया जायेगा. वहीं मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि सभी नेशनल पार्क में वॉटर एटीएम लगाये जायेंगे. जिनसे पर्यटकों को कम कीमत पर पानी मिलेगा.

PM नरेंद्र मोदी ने MP के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को विशेष बाड़े में छोड़ा

हर साल आते हैं डेढ़ से दो लाख पर्यटक: गौरतलब है वन विहार को 26 जनवरी 1983 को नेशनल पार्क का दर्जा मिला था. वन विहार बड़े तालाब के पास पहाड़ी और आसपास के 445.21 हेक्टेयर क्षेत्र को मिलाकर बना है. हर साल यहां डेढ़ से दो लाख पर्यटक आते हैं. इसलिए जिराफ और जेब्रा के लिए इसे बेहतर माना जा रहा है. यही कारण है कि जू अथॉरिटी को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है. यह इकलौता ऐसा नेशनल पार्क है, जो किसी राजधानी के बीचों-बीच में है. (bhopal van vihar) (zebra and giraffe come to mp) (zebras and giraffes come to bhopal van vihar)

भोपाल। अफ्रीका के नामीबिया से चीता आने के बाद अब जेब्रा और जिराफ को भी मध्यप्रदेश में लाने की तैयारी है. हालांकि जेब्रा और जिराफ के मध्यप्रदेश आने में अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. वन मंत्री विजय शाह के मुताबिक 26 जनवरी 2023 के पहले वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में जेब्रा और जिराफ को लाया जाएगा. bhopal van vihar, zebra and giraffe come to mp,

अभी चीता को लेकर प्लान अधर में: वन मंत्री विजय शाह से पूछा गया कि अफ्रीका से और चीते कब लाए जाएंगे. इस पर वन मंत्री ने कहा कि अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. अभी तो सरकार भोपाल के वन विहार में जेब्रा और जिराफ ला रही है. वन मंत्री के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए जाएंगे, लेकिन अभी जो चीते नामीबिया से आए हैं. उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है. 19 अक्टूबर को उन्हें खुले में छोड़ने का प्लान है. बता दें कि वन विभाग वन्य प्राणी सुरक्षा सप्ताह मना रहा है. भोपाल का वन विहार सबसे अनुकूल है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यहां आने वाले पर्यटकों को जेब्रा और जिराफ़ भी नजर आएंगे.

भोपाल में बाघों के शहर में आने पर बोले वन मंत्री: भोपाल में बाघों की एंट्री को लेकर सवाल खड़े हो रहे है. लगातार उनके रहवासों, खासतौर से पहाड़ियों पर बिल्डिंग और संस्थान बन गए हैं, जिसके कारण उनके इलाकों में इंसानों की दखलअंदाजी होने लगी है. जिस तरह से बाघ बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए इस क्षेत्र को अभ्यारण्य घोषित किए जाने पर विचार चल रहा है. विजय शाह ने कहा कि सबको अपनी मर्यादा में रहना चाहिए.

Nauradehi Wildlife Sanctuary में बाघ के साथ नजर आएंगे चीते, कूनो के चीतों की अगली पीढ़ी को बसाने की तैयारी

प्लास्टिक बोतल और थैलियों पर 1 जनवरी 20230 से प्रतिबंध: वन विभाग के सभी नेशनल पार्क में प्लास्टिक बोतल और थैलियों पर एक जनवरी 2023 से प्रतिबंध लगाया जायेगा. वहीं मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि सभी नेशनल पार्क में वॉटर एटीएम लगाये जायेंगे. जिनसे पर्यटकों को कम कीमत पर पानी मिलेगा.

PM नरेंद्र मोदी ने MP के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को विशेष बाड़े में छोड़ा

हर साल आते हैं डेढ़ से दो लाख पर्यटक: गौरतलब है वन विहार को 26 जनवरी 1983 को नेशनल पार्क का दर्जा मिला था. वन विहार बड़े तालाब के पास पहाड़ी और आसपास के 445.21 हेक्टेयर क्षेत्र को मिलाकर बना है. हर साल यहां डेढ़ से दो लाख पर्यटक आते हैं. इसलिए जिराफ और जेब्रा के लिए इसे बेहतर माना जा रहा है. यही कारण है कि जू अथॉरिटी को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है. यह इकलौता ऐसा नेशनल पार्क है, जो किसी राजधानी के बीचों-बीच में है. (bhopal van vihar) (zebra and giraffe come to mp) (zebras and giraffes come to bhopal van vihar)

Last Updated : Oct 8, 2022, 4:23 PM IST
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