भोपाल। मध्य प्रदेश की बहन-बेटियों को रक्षाबंधन के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी सौगात दी. सीएम ने ऐलान किया कि कॉलेज में बेटियां प्रवेश करेंगी, तो उन्हें लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत एकमुश्त 20 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी. शिवराज ने कहा कि मैं मेरी बेटियों को आश्वस्त करता हूं कि उनकी उच्च शिक्षा का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा, उसके लिए आवश्यक आर्थिक व्यवस्थाएं भी की जाएंगी. इसके अलावा और भी कई बड़ी घोषणाएं मुख्यमंत्री ने की.
-
हमने तय किया है कि कॉलेज में बेटियाँ प्रवेश करेंगी, तो लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत एकमुश्त रु. 20,000 की राशि प्रदान करेंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मैं मेरी बेटियों को आश्वस्त करता हूँ कि उनकी उच्च शिक्षा का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा। उसके लिए आवश्यक आर्थिक व्यवस्थाएँ भी की जाएंगी। pic.twitter.com/HE8QLJkOEI
">हमने तय किया है कि कॉलेज में बेटियाँ प्रवेश करेंगी, तो लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत एकमुश्त रु. 20,000 की राशि प्रदान करेंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021
मैं मेरी बेटियों को आश्वस्त करता हूँ कि उनकी उच्च शिक्षा का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा। उसके लिए आवश्यक आर्थिक व्यवस्थाएँ भी की जाएंगी। pic.twitter.com/HE8QLJkOEIहमने तय किया है कि कॉलेज में बेटियाँ प्रवेश करेंगी, तो लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत एकमुश्त रु. 20,000 की राशि प्रदान करेंगे।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021
मैं मेरी बेटियों को आश्वस्त करता हूँ कि उनकी उच्च शिक्षा का भी पूरा प्रबंध किया जाएगा। उसके लिए आवश्यक आर्थिक व्यवस्थाएँ भी की जाएंगी। pic.twitter.com/HE8QLJkOEI
कॉलेज में प्रवेश पर मिलेंगे 20 हजार रुपए
रक्षाबंधन पर प्रदेश की बहन-बेटियों के नाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संदेश जारी हुआ. जिसमें उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बहनों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं चल रही हैं. लाड़ली लक्ष्मी योजना में अब बहनों को कॉलेज में प्रवेश पर 20 हजार रुपए दिए जाएंगे. उनकी उच्च शिक्षा का पूरा प्रबंध किया जाएगा. बहनों को शिक्षा के लिए यूनिफार्म, साईकिलें, पुस्तकें सब नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं. गांव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना चल रही हैं.
विदेश अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति दी जाती है विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजना है. प्रसूति सहायता योजना में बच्चे के जन्म से पहले 4 हजार और जन्म के बाद 12 हजार रुपए दिए जाते हैं.
स्थानीय निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं के राजनैतिक सशक्तिकरण के लिए स्थानीय निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. सरकारी नौकरियों में पुलिस भर्ती में महिलाओं को 30 प्रतिशत और शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है.
-
महिला स्वसहायता समूहों को सरकार की गारंटी और कम ब्याज पर ऋण देने की व्यवस्था की जा रही है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
बहनों के नाम संपत्ति का रजिस्ट्रेशन करना हो तो शुल्क केवल 1% होगा, ऐसी व्यवस्था हमने की है। मुझे खुशी है कि रजिस्ट्री शुल्क 1% करने के कारण बहनों के पक्ष में 10% रजिस्ट्री ज़्यादा हुई है। pic.twitter.com/WD39iYDWlH
">महिला स्वसहायता समूहों को सरकार की गारंटी और कम ब्याज पर ऋण देने की व्यवस्था की जा रही है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021
बहनों के नाम संपत्ति का रजिस्ट्रेशन करना हो तो शुल्क केवल 1% होगा, ऐसी व्यवस्था हमने की है। मुझे खुशी है कि रजिस्ट्री शुल्क 1% करने के कारण बहनों के पक्ष में 10% रजिस्ट्री ज़्यादा हुई है। pic.twitter.com/WD39iYDWlHमहिला स्वसहायता समूहों को सरकार की गारंटी और कम ब्याज पर ऋण देने की व्यवस्था की जा रही है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021
बहनों के नाम संपत्ति का रजिस्ट्रेशन करना हो तो शुल्क केवल 1% होगा, ऐसी व्यवस्था हमने की है। मुझे खुशी है कि रजिस्ट्री शुल्क 1% करने के कारण बहनों के पक्ष में 10% रजिस्ट्री ज़्यादा हुई है। pic.twitter.com/WD39iYDWlH
महिलाओं के लिए एक प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क
प्रदेश में महिलाओं द्वारा जमीन, मकान आदि की रजिस्ट्री कराए जाने पर उनसे एक प्रतिशत रजिस्ट्री शुल्क लिया जाता है. इससे बहनों के नाम पर संम्पत्तियों की गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 10 प्रतिशत अधिक रजिस्ट्रियां हुईं. महलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने लिए महिला स्व-सहायता समूहों को कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है.
क्या आप जानते हैं CM शिवराज की इन बहनों को, मुख्यमंत्री ने इन्हें क्या वचन दिया
-
नाम बदलकर धोखा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए हमने धार्मिक स्वतंत्रता कानून लागू किया।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
गुमशुदा बेटियों को सही सलामत घर लाने के लिए मुस्कान अभियान चलाया।
मेरा मानना है कि सही अर्थों में अगर देश का सशक्तिकरण करना है, तो बहनों का सशक्तिकरण आवश्यक है। pic.twitter.com/QGGYvO0thl
">नाम बदलकर धोखा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए हमने धार्मिक स्वतंत्रता कानून लागू किया।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021
गुमशुदा बेटियों को सही सलामत घर लाने के लिए मुस्कान अभियान चलाया।
मेरा मानना है कि सही अर्थों में अगर देश का सशक्तिकरण करना है, तो बहनों का सशक्तिकरण आवश्यक है। pic.twitter.com/QGGYvO0thlनाम बदलकर धोखा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए हमने धार्मिक स्वतंत्रता कानून लागू किया।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2021
गुमशुदा बेटियों को सही सलामत घर लाने के लिए मुस्कान अभियान चलाया।
मेरा मानना है कि सही अर्थों में अगर देश का सशक्तिकरण करना है, तो बहनों का सशक्तिकरण आवश्यक है। pic.twitter.com/QGGYvO0thl
बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा के लिए हर जिले में महिला पुलिस थाने स्थापित किए गए हैं. मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जहां महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वालों को फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है. बेटियों के साथ डरा धमकाकर और धोखे से विवाह करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाही के लिए धार्मिक स्वातंत्र्य कानून बनाया गया है. गुमशुदा बेटियों को घर वापिस लाने के लिए मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है.
पूजनीय हैं मां-बहन-बेटियां
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत में अनादिकाल से मां-बहन–बेटियों का सम्मान है और वे हमारे लिए पूजनीय हैं. भारतीय परंपरा में कहा जाता है कि जहां नारियों की पूजा होती है, वहां ईश्वर का वास होता है. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि बहनें हमारी संस्कृति, जीवनमूल्य, व्रत, उत्सव, तीज-त्यौहार आदि परंपराओं की वाहक हैं. भारत की परिवार व्यवस्था पूरी दुनिया के लिए आश्चर्य का विषय है और इसकी धुरी हैं नारियां. प्रदेश में बेटियों के पूजन के साथ शासकीय कार्य प्रारंभ होता है. बेटियों का सम्मान और सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है.