ETV Bharat / state

संभागायुक्त ने ली अधिकारियों की बैठक, विकास कार्यों की देरी पर लगाई फटकार

राजधानी भोपल सहित संभाग में हो रहे विकास कार्यों को लेकर संभायुक्त ने गुरुवार को समीक्षा बैठक की. जिसमें कार्यों में लापरवाही बरतने पर अधिकारियों को फटकार लगाई.

Divisional Commissioner took meeting of officers
संभागायुक्त ने ली अधिकारियों की बैठक
author img

By

Published : Aug 20, 2020, 2:57 PM IST

भोपाल। शहर के विकास के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत बीते 5 सालों में कई कार्य शुरू किए हैं, लेकिन एजेंसी की धीमी गति से कार्य किए जाने के चलते शहर की सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है. शहर की अधिकांश कॉलोनियों में सरकार की योजनाओं के तहत सड़कों को खोदा गया था, लेकिन उनका पुनः निर्माण नहीं किया गया, जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में निवासरत लोगों को बारिश के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इन सभी क्षेत्रों में कीचड़ की वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है. साथ ही कई तरह की दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं. इन सभी समस्याओं को लेकर प्रशासन के पास भी लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं. इसे लेकर गुरुवार को संभागायुक्त एवं नगर निगम प्रशासक कविंद्र कियावत ने नगर निगम आयुक्त एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की. जिसमें काम धीमी गति से करने पर आयुक्त ने कंपनी को कड़े निर्देश दिए.

संभागायुक्त ने अमृत सहित अन्य योजनाओं के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज नेटवर्किंग पेयजल की पाइप लाइन, उद्यान, सार्वजनिक परिवहन की नई बसें क्रय करने, उनके संचालन और निगम के पुस्तकालय संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज नेटवर्किंग संबंधी कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की है. इस दौरान उन्होंने सीवेज कार्यों से संबंधित कार्य कर रही अंकिता कंपनी पर पेनाल्टी लगाने और सभी कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश भी दिए हैं. साथ ही चेतावनी भी दी है कि कार्यों में विलंब के लिए किसी भी प्रकार का बहाना मान्य नहीं होगा और संबंधित अधिकारी इसके लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे.

संभागायुक्त ने भौरी परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं की जल प्रदाय पाइप लाइनों का कार्य तीव्र गति से पूर्ण करते हुए टंकियों से जलापूर्ति शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं की जल प्रदाय पाइप लाइनों का कार्य भी तेज गति से पूर्ण करने के लिए कहा गया है. शहर के सभी जोन क्षेत्रों में विकसित किए जा रहे आदर्श पार्क और अमृत योजना के तहत पार्क विकास संबंधी कार्यों को चरणबद्ध तरीके से तय समय में पूर्ण करने के लिए भी निर्देशित किया गया है. इसके अलावा अमृत योजना के अंतर्गत शहर में सार्वजनिक परिवहन सेवा की 300 नई बसें चलाने के लिए नए रूट और संचालन की प्रक्रिया तय करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. नगर निगम ने संचालित पुस्तकालयों और वाचनालयों को जन सुविधा की दृष्टि से व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं.

शहर में जारी अमृत योजना सहित अन्य परियोजनाओं के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए संभाग आयुक्त ने विभिन्न कार्यों की समय-समय पर योजनावार और क्षेत्रवार जानकारी अगली बैठक में देने के निर्देश दिए हैं. शहर के शाहजहानी पार्क, जामुनिया छीर, महोली दामखेड़ा, शिरीन नदी, चार इमली, बंसल हॉस्पिटल, प्रोफेसर कॉलोनी, कोलार आदि क्षेत्रों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पंप हाउस और नेटवर्किंग संबंधी कार्यों पर भी उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है. बैठक में उन्होंने कहा कि अंकिता कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्यों में विलंब के कारण पैनल्टी लगाई जाए और सभी कार्यों को समय सीमा पर पूर्ण करने के लिए कंपनी को निर्देश दिए जाए. उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी कार्य में विलंब न हो, इसकी अधिकारियों को लगातार मॉनिटरिंग करनी होगी. यदि किसी भी कार्य में विलंब होता है और लगातार शिकायतें आती हैं तो इसकी जवाबदारी भी संबंधित अधिकारी की ही होगी.

भोपाल। शहर के विकास के लिए सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत बीते 5 सालों में कई कार्य शुरू किए हैं, लेकिन एजेंसी की धीमी गति से कार्य किए जाने के चलते शहर की सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है. शहर की अधिकांश कॉलोनियों में सरकार की योजनाओं के तहत सड़कों को खोदा गया था, लेकिन उनका पुनः निर्माण नहीं किया गया, जिसकी वजह से इन क्षेत्रों में निवासरत लोगों को बारिश के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इन सभी क्षेत्रों में कीचड़ की वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है. साथ ही कई तरह की दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं. इन सभी समस्याओं को लेकर प्रशासन के पास भी लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं. इसे लेकर गुरुवार को संभागायुक्त एवं नगर निगम प्रशासक कविंद्र कियावत ने नगर निगम आयुक्त एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की. जिसमें काम धीमी गति से करने पर आयुक्त ने कंपनी को कड़े निर्देश दिए.

संभागायुक्त ने अमृत सहित अन्य योजनाओं के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज नेटवर्किंग पेयजल की पाइप लाइन, उद्यान, सार्वजनिक परिवहन की नई बसें क्रय करने, उनके संचालन और निगम के पुस्तकालय संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवेज नेटवर्किंग संबंधी कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की है. इस दौरान उन्होंने सीवेज कार्यों से संबंधित कार्य कर रही अंकिता कंपनी पर पेनाल्टी लगाने और सभी कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश भी दिए हैं. साथ ही चेतावनी भी दी है कि कार्यों में विलंब के लिए किसी भी प्रकार का बहाना मान्य नहीं होगा और संबंधित अधिकारी इसके लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे.

संभागायुक्त ने भौरी परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं की जल प्रदाय पाइप लाइनों का कार्य तीव्र गति से पूर्ण करते हुए टंकियों से जलापूर्ति शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा अन्य परियोजनाओं की जल प्रदाय पाइप लाइनों का कार्य भी तेज गति से पूर्ण करने के लिए कहा गया है. शहर के सभी जोन क्षेत्रों में विकसित किए जा रहे आदर्श पार्क और अमृत योजना के तहत पार्क विकास संबंधी कार्यों को चरणबद्ध तरीके से तय समय में पूर्ण करने के लिए भी निर्देशित किया गया है. इसके अलावा अमृत योजना के अंतर्गत शहर में सार्वजनिक परिवहन सेवा की 300 नई बसें चलाने के लिए नए रूट और संचालन की प्रक्रिया तय करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. नगर निगम ने संचालित पुस्तकालयों और वाचनालयों को जन सुविधा की दृष्टि से व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं.

शहर में जारी अमृत योजना सहित अन्य परियोजनाओं के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए संभाग आयुक्त ने विभिन्न कार्यों की समय-समय पर योजनावार और क्षेत्रवार जानकारी अगली बैठक में देने के निर्देश दिए हैं. शहर के शाहजहानी पार्क, जामुनिया छीर, महोली दामखेड़ा, शिरीन नदी, चार इमली, बंसल हॉस्पिटल, प्रोफेसर कॉलोनी, कोलार आदि क्षेत्रों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पंप हाउस और नेटवर्किंग संबंधी कार्यों पर भी उन्होंने नाराजगी व्यक्त की है. बैठक में उन्होंने कहा कि अंकिता कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्यों में विलंब के कारण पैनल्टी लगाई जाए और सभी कार्यों को समय सीमा पर पूर्ण करने के लिए कंपनी को निर्देश दिए जाए. उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी कार्य में विलंब न हो, इसकी अधिकारियों को लगातार मॉनिटरिंग करनी होगी. यदि किसी भी कार्य में विलंब होता है और लगातार शिकायतें आती हैं तो इसकी जवाबदारी भी संबंधित अधिकारी की ही होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.