भोपाल। जिस युवक ने सुसाइड किया, वह भोपाल की बैरसिया ब्लॉक के बरखेड़ा बरामद का रहने वाला है. युवक का नाम देव नारायण विश्वकर्मा है और उम्र महज 24 वर्ष थी. देव नारायण ने 31 जुलाई को सुसाइड किया था. लेकिन मामला अब जाकर खुला. जब युवक का वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में युवक अपनी मौत की वजह बता रहा है. युवक ऑनलाइन लोन एप के जाल में फंस गया था. वायरल वीडियो में देव नारायण कह रहा है, 'मेरा नाम देव नारायण विश्वकर्मा है. इन एप वालों ने मुझसे 1.93 लाख रुपए ट्रांसफर कराए थे. इनका कहना था कि मेरा तीन लाख रुपए का लोन पास हुआ था. लेकिन अब कंपनी वाले मेरे कॉल और व्हाट्स एप मैसेज का रिप्लाई नहीं कर रहे हैं. मैं मर रहा हूं... आप इन लोगों पर केस चलाओ.'
शिकायत पर सुनवाई नहीं : अब सवाल यह है कि यदि मौत 31 जुलाई को हुई तो फिर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की. इसका जवाब देवनारायण के पिता फूल सिंह विश्वकर्मा ने दिया. उन्होंने बताया कि मेरे बेटे की मौत के बाद पुलिस में शिकायत की, लेकिन डेढ़ महीने बाद भी पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है. अब पुलिस वाले कहते हैं कि अपनी शिकायत वापस ले लो. मैं कलेक्टर की जनसुनवाई से लेकर सभी स्तर पर शिकायत कर चुका हूं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. पुलिसवाले कहते हैं कि जांच में समय लगता है.
पुलिस दे रही जांच का हवाला : इस मामले में बैरसिया थाने के प्रभारी दिलीप जयसवाल ने बताया कि मर्ग कायम है और सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है. साइबर पुलिस की भी मदद ली जा रही है. गौरतलब है कि करीब ढाई महीने पहले इसी तरह के एक मामले में रातीबड़ में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा ने साइबर जालसाजों की प्रताड़ना से तंग आकर दो बच्चों को जहर दे दिया था और फिर अपनी पत्नी के साथ सुसाइड कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने 6 साइबर ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. अब इस मामले के सामने आने से फिर साइबर ठग निशाने पर हैं.
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देवनारायण ऐसे फंसता गया जाल में : मृतक देवनारायण के पिता फूल सिंह विश्वकर्मा ने बताया कि हमारा परिवार बरखेड़ा बरामद थाना क्षेत्र बैरसिया का रहने वाला है और गांव में ही दूसरे किसानों की जमीन बटिया पर लेकर खेती करता हूं. उन्होंने बताया कि मेरे दो बेटे देव नारायण विश्वकर्मा और गोलू विश्वकर्मा हैं. हम लोग बहुत गरीब हैं, बमुश्किल गुजारा करते हैं. बड़ा बेटा देव नारायण खेती में मेरी मदद करता था, जबकि छोटा दूसरे के यहां काम करना जाता है. पिछले साल अगस्त में देवनारायण का विवाह किया था और उसकी आठ महीने की एक बेटी भी है. शादी के बाद उसके खर्च बढ़ गए थे. इसीलिए वह किसानी छोड़कर गांव में ही कोई छोटा व्यवसाय करना चाहता था. इसी चक्कर में वह गूगल और व्हाट्सएप पर लोन व बिजनेस के बारे में जानकारी लेता रहता था.