भोपाल। काटजू अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद परिजन सड़क पर बैठ गए और चक्काजाम कर दिया. यहां एक महिला को भर्ती कराया गया था, जिसको नॉर्मल डिलीवरी होनी थी. ऐसे में प्रसूता का जब दर्द बढ़ा तो उसको नर्स ने ड्रिप चढ़ाई और इंजेक्शन लगाकर चली गई. इसके कुछ घंटों बाद ही नर्स ने बताया कि, बच्चे की मौत हो गई है. इसकी जानकारी परिजनों को जब हुई तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों का आरोप है कि, स्टॉफ नर्स और डॉक्टर की लापरवाही के चलते उनके बच्चे की मौत हो गई है.
डॉक्टर की लापरवाही से बच्चे की मौत: परिजनों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर काटजू के बाहर सड़क पर चक्का जाम कर दिया. हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश देकर इन्हें सड़क से हटाया. आधे घंटे तक चले इस हंगामे के बाद पुलिस ने समझाइश देकर सड़क से हटाया. इसके बाद परिजन अस्पताल के परिसर में बैठ गए. परिजनों का आरोप है कि, महिला को जब भर्ती किया गया था तब बताया गया था कि बच्चा और महिला दोनों ठीक हैं, लेकिन उन्हें सही तरह से इंजेक्शन नहीं लगाया गया. यहां तक की इंजेक्शन लाने के लिए भी बाहर से बोला गया था, जबकि महिला जब दर्द से चिल्ला रही थी तो उसे नॉर्मल ड्रिप चढ़ाकर नर्स चली गई थी. ऐसे में लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हो गई है.
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बिना अनुभव के बना डॉक्टर: इधर जानकारी में यह भी सामने आया है कि नॉन मेडिको जिन्हें स्वास्थ्य का कोई अनुभव नहीं है उन्हें प्रभारी बनाया गया है. इनसे मरीज ही नहीं चिकित्सक भी परेशान हैं. बीते सप्ताह एक नव नियुक्त एमबीबीएस डॉक्टर को पुलिस की धमकी देकर डराने पर डॉक्टर ने नौकरी छोड़ दी. वहीं 5 सीनियर डॉक्टर ने भी सीएमएचओ को लिखित नौकरी छोड़ने की चेतावनी दी है.