भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर बाला सरस्वती के सुसाइड का मामला तूल पकड़ता जा रहा था, घटना के बाद से ही जूनियर डॉक्टर बाला सरस्वती को न्याय दिलाने के लिए पिछले 4 दिन से हड़ताल पर थे और आज शनिवार को मध्य प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे, फिलहाल चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात करने के बाद सभी जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौटने की बात कही है. इसके साथ ही एचओडी अरुणा कुमार को कॉलेज से हटाकर ट्रांसफर दे दिया गया है.
काम पर लौटे जूनियर डॉक्टर्स: चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मिले आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टर ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और काम पर लौटने को तैयार हो गए हैं. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन भोपाल के अध्यक्ष संकेत का कहना था कि उनके एक प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात की, इसके बाद मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों का निराकरण कर दिया जाएगा. तमाम मांगों को लेकर आश्वासन के बाद वह अपनी हड़ताल वापस ले रहे हैं और काम पर लौट रहे हैं. वहीं अरुणा कुमार के इस्तीफे से जुड़े सवाल पर संकेत का कहना है कि "इस पर भी चर्चा मंत्री से हुई है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी." फिलहाल गायनिक विभाग की एचओडी अरुणा कुमार को गांधी मेडिकल कॉलेज से हटाकर आयुक्त संचालनालय में ट्रांसफर किया गया है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री के आदेश पर अरुणा कुमार की सेवाएं संचालनालय स्वास्थ्य सेवाओं को की गई हैं.
वहीं मामले पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना था कि "जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर मुझसे मिलने आए थे, ऐसे में तमाम पहलुओं पर विचार किया जा रहा है और उनकी जो भी मांग है उसका निराकरण जल्द कर दिया जाएगा. फिलहाल मरीजों की सुविधा को देखते हुए उनसे हड़ताल वापस लेने को कहा है, जिस पर उन्होंने हामी भरते हुए काम पर लौटने की बात कही है."
डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म: मध्य प्रदेश जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अंतर्गत आने वाले इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और सागर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल इन डॉक्टर से शुरू की थी. इस दौरान भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में छात्रों ने न्याय के लिए जमकर नारेबाजी की और पूर्व एचओडी रही अरुणा कुमार के इस्तीफे की मांग दोहराई थी. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष संकेत ने कहा था कि ''जब तक सरस्वती मामले में अरुणा कुमार का इस्तीफा नहीं होता, तब तक इन सभी की हड़ताल जारी रहेगी.'' फिलहाल जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म हो गई है.
हड़ताल को अन्य राज्यों का मिला समर्थन: जूनियर डॉक्टर को अन्य राज्यों के डॉक्टर एसोसिएशन का भी समर्थन मिल रहा था, इसमें तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान और तमिलनाडु के डॉक्टर एसोसिएशन शामिल थे. वहीं दूसरी ओर गायनिक विभाग के प्रोफेसर ने भी कल मेडिकल टीचर एसोसिएशन को पत्र लिखकर विभाग की पूर्व एचओडी रही अरुणा कुमार पर कार्रवाई की मांग की थी. इस लेटर में लिखा गया था कि "अरुणा कुमार छात्रों के साथ ही विभाग की प्रोफेसर को भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया करती थीं."
स्वास्थ्य सुविधाओं पर पड़ा असर: वहीं, पिछले 5 दिनों से भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं बिगड़ती जा रही थीं. गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक विभाग में कई ऑपरेशन टाल दिए गए थे, इसके साथ ही अन्य विभागों पर भी इस हड़ताल का असर पड़ा था. डिलीवरी के लिए आने वाले वाली महिलाओं को उनके परिजन अन्य अस्पतालों में लेकर जा रहे हैं, फिलहाल जूनियर डॉक्टर्स काम पर लौट आए हैं.