हैदराबाद। आज के डिजिटल युग में अधिकतर लोग एंड्रायड फोन के जरिए बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में फेडरल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ((federal cyber security agency) की एक चौंका देने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि भारतीय साइबर स्पेस में एक बैंकिंग ट्रोजन मैलवेयर (Trojan Malware) का पता चला है. जो एंड्रॉयड फोन का उपयोग करने वाले बैंक ग्राहकों पर हमला करने के लिए तैयार है. यह मैलवेयर इससे पहले कई पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की बैंकों को अपना निशाना बना चुका है.
खतरे में ग्राहक के डेटा की गोपनीयता
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम की एडवाइजरी के मुताबिक, फिशिंग मैलवेयर ‘इनकम टैक्स रिफंड’ के रूप में दिखा रहा है. यह ग्राहक डेटा की गोपनीयता को खतरे में डालने के लिए तैयार है. ऐसे में एंड्रायड फोन यूजर को एडवाइजरी के जरिए अलर्ट किया गया है. एडवाइजरी में बताया गया है कि भारतीय बैंकिंग ग्राहकों को ड्रिनिक एंड्रॉयड मैलवेयर (Drinik Android Malware) का उपयोग करके एक नए प्रकार के मोबाइल बैंकिंग कैंपेन द्वारा निशाना बनाया जा रहा है.
साल 2016 में सामने आया था पहला मामला
ड्रिनिक का मामला साल 2016 में एक एसएमएस चोरी करने वाले के रूप में पहले ही सामने आ चुका है. हाल ही में एक बैंकिंग ट्रोजन के रूप में विकसित हुआ है, जो फिशिंग स्क्रीन प्रदर्शित करता है और यूजर्स को भ्रमित कर संवेदनशील बैंकिंग जानकारी दर्ज करा लेता है. ऐसे में इन ऑनलाइन हमलों के खिलाफ साइबर स्पेस की रक्षा करने के लिए फेडरल टेक्नोलॉजी आर्म है.