भोपाल। छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में हैं. बागेश्वर धाम में लगने वाले दरबार में जाने वालों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की बढ़ती टीआरपी को देखते हुए अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी बागेश्वर धाम में जाकर हाजिरी लगाने वाले हैं. सूत्रों के अनुसार 13 फरवरी को कमलनाथ बागेश्वर धाम जाएंगे. अभी तक धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता बोल रहे हैं. लेकिन माना जा रहा है कि कमलनाथ के बागेश्वर दरबार में पहुंचने के बाद ऐसे नेताओं का रुख भी बदल जाएगा.
धीरेंद्र शास्त्री के समर्थकों को लुभाने की कोशिश : बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में लाखों लोगों की भीड़ पहुंच रही है. इसी को देखते हुए नेताओं का आना-जाना भी वहां होने लगा है. अब कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ भी बागेश्वर धाम जाने की तैयारी कर रहे हैं. कमलनाथ की रणनीति ये है कि वहां पहुंचकर महाराज के समर्थकों के मन में कांग्रेस के प्रति सॉफ्ट भाव पैदा कर किया जाए. राजनीति के जानकारों का मानना है कि इससे कमलनाथ को चुनावी फायदा होने की भी उम्मीद है. पार्टी नेताओं के मुताबिक कमलनाथ की तरफ से सभी को कहा गया है कि बागेश्वर धाम के खिलाफ कोई भी नकारात्मक बयान नहीं देगा.
सीएम शिवराज भी जा सकते हैं बागेश्वर धाम : सूत्रों के मुताबिक अपनी विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी बागेश्वर धाम जाएंगे. लेकिन उसके पहले कमलनाथ बागेश्वर महाराज का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं. छतरपुर के कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भक्त हैं. आलोक चतुर्वेदी पंडित जी के साथ लंदन भी गये थे. कांग्रेस की कोशिश है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री की बढ़ती लोकप्रियता का फायदा उसे भी मिले. लिहाजा पूर्व मुख्यमंत्री भी वहां पहुंच रहे हैं. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कांग्रेस के नेताओं में भी दो फाड़ देखने को मिला था, जब नागपुर में सभा के पहले ही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री वापस मध्यप्रदेश आ गए थे. उस दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने बागेश्वर महाराज को फर्जी और ढोंगी बताया था, लेकिन उन्हीं के कैबिनेट के साथ रहे पीसी शर्मा ने यह कहते हुए बाबा का समर्थन किया था कि वो एक हनुमान भक्त हैं और वह किसी तरह का पाखंड नहीं कर रहे.