भोपाल। बैरसिया इलाके में सोमवार को दो सिपाहियों को संदेहियों से पूछताछ करने भारी पड़ गया. सड़क पर जा रहे संदेहियों से पूछताछ कर रहे पुलिसकर्मियों को लाठी-डंडे लिए ग्रामीणों ने घेर लिया. इस दौरान हाथापाई में दोनों सिपाही घायल हो गए. दोनों को मौके से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा. सूचना लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक मारपीट करने वाले वहां से फरार हो गए.
वारंट की तामीली के लिए गए थे पुलिसकर्मी
जानकारी के अनुसार आरक्षक बुंदेल सिंह, बैरसिया थाने की ग्राम ललरिया चौकी में पदस्थ हैं. उनके साथ एसएएफ का सिपाही अखिलेश यादव भी ड्यूटी कर रहा है. सोमवार को दोनों सिपाही एक वारंट तामीली के लिए ग्राम सेमरी खुर्द गए थे. रात करीब साढ़े आठ बजे दोनों वापस लौट रहे थे, तभी मेगरा कला तिराहे पर बाइक सवार दो युवक संदिग्ध हालत में मिले. सिपाहियों को लगा कि वे अवैध शराब की तस्करी करने वाले हो सकते हैं, इसलिए दोनों ने उन्हें रोक लिया. सिपाही संदिग्ध की तलाशी ले रहे थे.
संदिग्ध देखकर करने लगे पूछताछ
सिपाहियों के तलाशी लेने के दौरान आठ-दस लड़के लाठी-डंडा लेकर वहां पहुंच गए. सिपाहियों ने उनका विरोध किया तो सभी मिलकर झूमाझटकी करने लगे. इस दौरान अखिलेश के हाथ और बुंदेल के अंगूठे में चोट लग गई. खतरे का अंदेशा बढ़ता देख दोनों सिपाहियों को मौके से भागना पड़ा. सूचना मिलते ही मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स पहुंचा, लेकिन तब तक सभी ग्रामीण गायब हो चुके थे.
आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
थाना प्रभारी केएन भारद्वाज के मुताबिक बाइक सवार दो संदेही युवकों को रोकने पर उनके कुछ साथी पहुंच गए थे. वह किसी प्रकार की मारपीट कर पाते, इसके पहले ही दोनों सिपाही वहां से निकल गए. बाद में आठ-दस लोगों के खिलाफ रास्ता रोककर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है.