भोपाल। मध्य प्रदेश मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात के प्रभाव से शुक्रवार से मप्र के अधिकतर जिलों में एक बार फिर रुक-रुककर बौछारें का दौर शुरू होगा. इस दौरान जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है. जम्मू कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो अभी विक्षोभ पाकिस्तान के पास है, जिसके कारण अरब सागर से अतिरिक्त नमी मिल रही है. वहीं बंगाल की खाड़ी से पश्चिमी उत्तर प्रदेश होते हुए राजस्थान तक मानसून की ट्रफ लाइन जाने से पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है. इस नमी से ग्वालियर-चंबल संभाग, बुंदेलखंड में भारी वर्षा के आसार बन गए हैं.
नए वेदर सिस्टम का दिख रहा असर : मध्यप्रदेश मौसम विभाग के अनुसार नए वेदर सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेशभर में बारिश का दौर जारी है. गुरुवार को सागर, रीवा ग्वालियर चंबल संभाग के जिलों में भारी वर्षा की संभावना है. शुक्रवार को मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में वर्षा की गतिविधियों में तेजी आने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को 4 संभागों और 9 जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. वहीं 6 संभागों और 6 जिलों में बिजली गिरने और चमकने का भी येलो अलर्ट जारी किया गया है.
इन जिलों में जारी किया गया अलर्ट : मध्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा गुरुवार 21 जुलाई को 4 संभागों समेत 9 जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसमें रीवा, चंबल, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग के साथ अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानपुर और खंडवा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. वहीं रीवा, शहडोल भोपाल नर्मदापुरम ग्वालियर चंबल संभाग के साथ मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, बुरहानपुर और खंडवा में बिजली गिरने और चमकने के लिए अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण अरब सागर से अतिरिक्त नमी मिलने से तीन दिन तक वर्षा जारी रह सकती है.