भोपाल। राजधानी में कोरोना का प्रकोप लगातार बरपा रहा है, जिसकी वजह से आए-दिन संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. लिहाजा कोरोना के बढ़ते रोगियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने होम आइसोलेशन पर फोकस करना शुरू कर दिया है.
कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि जिन कोरोना संक्रमित मरीजों में लक्षण नहीं दिखते हैं या जिन्हें सांस लेने में तकलीफ नहीं होती है या फिर हॉस्पिटल बेड की रिक्वायरमेंट नहीं है, उन मरीजों को घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है. वहीं मॉनिटरिंग के दौरान जरूरत की दवाएं दी जा रही है.
प्राइवेट अस्पतालों के मरीजों के लिए आईएमए टेलीकंसल्टेशन की लिस्ट बनाई गई है, जिसके जरिए मरीजों को डॉक्टर द्वारा सलाह दी जायेगी. इसको लेकर रिस्पांस भी अच्छा आ रहा है. इस दौरान कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि राजधानी में 2 हजार एक्टिव मरीज मौजूद हैं, जिसमें से आधे को होम आइसोलेशन पर रखा गया है. इन सभी मरीजों को आवश्यक सुविधा प्रदान की जा रही है.
होम आइसोलेट मरीजों की मॉनिटरिंग
प्रशासन ने जिन कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन पर रखा है, उनसे दिन में दो बार मॉनिटरिंग सेंटर से वीडियो कॉलिंग की जा रही है. वहीं मरीजों को पहले से बताया गया है कि ऑक्सीमीटर रखकर ऑक्सीजन रीडिंग और टेंप्रेचर रीडिंग चेक करें.