धौलपुर. पुलिस के दबाव को देखते हुए बाड़ी सदर थाना क्षेत्र के मुगलपुरा के जंगलों में 40 हजार के इनामी डकैत जगन गुर्जर ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. दस्यु के आत्मसमर्पण करने के बाद अब डांग और चंबल के बीहड़ों में थोड़ी बहुत राहत मिलेगी. पुलिस द्वारा विशेष टीम गठित कर डांग क्षेत्र में लगातार कॉम्बिंग कर सर्च अभियान भी चलाया जा रहा था.
पुलिस के दबाव को देखकर डकैत भयभीत तो हो चुका था. पुलिस की स्पेशल टीम ने सदर थाना क्षेत्र के मुगलपुरा के जंगलों में जगन डकैत की घेराबंदी की. पुलिस टीम से अपने आप को घिरा हुआ देख डकैत ने आत्मसमर्पण कर दिया. डकैत के कब्जे से पुलिस ने 315 बोर की राइफल के साथ करीब आधा दर्जन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. धौलपुर पुलिस ने डकैत जगन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस ने संभावना व्यक्त की है पूछताछ के दौरान बड़ी बड़ी वारदातों के भी खुलासे हो सकते हैं.
ईटीवी भारत पर जगन गुर्जर ने की बात
आत्मसमर्पण के बाद ईटीवी भारत से दस्यु जगन ने कहा कि मेरे साथ 12 जून को बाड़ी कस्बे में अस्पताल के सामने मारपीट की गई थी. मारपीट में मेरा सिर पर चोट आई थी. इसलिए मैंने बदला लेने के लिए सुबह बाड़ी कस्बे में पिटाई कर दहशत फैलाई थी. वहीं बाड़ी कस्बे के एक गांव में जो महिलाओं ने मुझपर निर्वस्त्र कर घुमाने के आरोप लगाए हैं. वह निराधार हैं. मैंने सिर्फ मारपीट की थी. उस परिवार से मेरी पुरानी रंजिश है. लेकिन, उस परिवार को कुछ लोगों ने भड़का दिया और उन्होंने मुझ पर गलत आरोप लगाए.
वहीं डकैत जगन ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र करने और अमानवीय यातनाएं देने से पूर्व मैं खुद मर जाऊंगा. लेकिन, ऐसी गलत हरकत नहीं कर सकता. अपराध के छोड़ने के सवाल पर कहा कि जो मुझे मारेगा में उसको मारूंगा. डकैत जगन ने कहा कि अपराध वह होता है, जिसमे लूटपाट की जाती है. साथ ही दस्यु जगन ने कहा हमेशा समाज की मुख्यधारा से जुड़ा हुआ है. लेकिन, जो मेरे साथ बदले की भावना रखेगा तो उसको में जवाब दूंगा.