भोपाल। प्रदेश में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के जिलों में आदर्श महाविद्यालय की स्थापना उच्च शिक्षा विभाग करवा रहा है. इसमें हर वह सुविधा होगी, जो आज के समय में छात्रों को चाहिए. उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने इस मामले को लेकर एक रिव्यू बैठक की. इसमें उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि निर्माण एजेंसियों द्वारा जो विभागीय निर्माण कार्य पेंडिंग हैं, उन कार्यों को समय-सीमा में अनिवार्य रूप से पूर्ण कराया जाए.
भवन निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश : उच्च शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि अधिकारी संबंधित निर्माण एजेंसी से चर्चा कर तीन साल से ज्यादा पुराने निर्माण कार्यों को चिह्नित कर त्वरित कार्रवाई करें. आयुक्त उच्च शिक्षा दीपक सिंह ने बताया कि नवीन आदर्श महाविद्यालय दमोह, खंडवा और सिंगरौली के भवन निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इन्हें शिक्षण सत्र 2022-23 प्रारंभ किया जा सकता है. नवीन आदर्श महाविद्यालय बड़वानी का कार्य भी इस माह के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा. नवीन आदर्श महाविद्यालय राजगढ़ का निर्माण कार्य जून 2022 तक, आदर्श महाविद्यालय, विदिशा एवं गुना का कार्य दिसम्बर 2022 तथा नवीन आदर्श महाविद्यालय छतरपुर का कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण किया जाएगा.
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ऐसा होगा आदर्श महाविद्यालय का स्वरूप : ये आदर्श महाविद्यालय मल्टी डिस्प्लिीनरी महाविद्यालय के रूप में विकसित होंगे. इसमें व्यावसायिक शिक्षा के लिये स्किल लैब, वर्चुअल कक्षाओं का सीधा प्रसारण होगा. जिले के अन्य महाविद्यालयों इसे संबद्ध किया जाएगा. आदर्श विद्यालय में स्मार्ट क्लास-रूम के माध्यम से अध्यापन व्यवस्था, ई-लाइब्रेरी, 100 प्रतिशत वाई-फाई कैम्पस, सोलर संयंत्र युक्त ग्रीन कैम्पस, सीसीटीवी युक्त परिसर आदि की भी व्यवस्था होगी. उच्च शिक्षा मंत्री कहा कि आदर्श महाविद्यालयों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य जिले वार विशेषताओं के आधार पर व्यावसायिक शिक्षा के लिये प्रशिक्षण केन्द्र विकसित करने के साथ ही शिक्षक और विद्यार्थी के बहुआयामी व्यक्ति के निर्माण के लिए व्यापक तौर पर कार्य-योजना तैयार करना है. (leading colleges will model colleges in MP) (Model colleges in Madhya Pradesh)