भोपाल। राजधानी भोपाल के मेमोरियल अस्पताल में प्रमोशन नहीं मिलने से नाराज 13 डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि डॉक्टर प्रमोशन पॉलिसी लागू ना होने से नाराज थे. इसे लेकर वे लंबे समय से प्रबंधन से बातचीत कर रहे थे. लगातार प्रयास के बावजूद भी जब डॉक्टरों के प्रमोशन को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ, तो उन्होंने डायरेक्टर डॉ. प्रभा देशिकन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, हालांकि ये सभी डॉक्टर अभी एक महीने तक अपनी सेवाएं देते रहेंगे.
जानकारी के मुताबिक इन डॉक्टरों को लंबी सेवाएं देने के बावजूद जूनियर ही रहने का भय सता रहा था. इन दिनों अस्पताल में प्रोफेसर सहित अन्य पदों पर भर्तियां चल रही हैं. इस्तीफा देने वाले सभी एसोसिएट प्रोफेसर हैं और उनका दूसरा प्रमोशन काफी समय से लंबित है. डॉक्टरों का कहना है कि प्रोफेसर के पद के लिए पहले हमारा प्रमोशन करें फिर नए प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाए, ताकि उनकी वरिष्ठता यथावत बनी रहे.
बताया जा रहा है कि सामूहिक इस्तीफे के पहले इन डॉक्टरों में ही आपस में विवाद चल रहा है, क्योंकि इस्तीफा देने के लिए सभी डॉक्टरों का नाम लिखा गया था, लेकिन कई डॉक्टरों ने इस्तीफा देने से मना कर दिया. यही वजह रही कि मात्र 13 डॉक्टरों ने ही इस्तीफे के पत्र पर अपने हस्ताक्षर कर इसे अस्पताल डायरेक्टर को सौंपा है.
बता दें कि यह अस्पताल लंबे समय से विवादों में रहा है. इसे लेकर राज्य सरकार भी केंद्र को कई बार पत्र लिख चुकी है कि इस अस्पताल का पूरा होल्ड राज्य सरकार को दिया जाए, ताकि इसकी व्यवस्थाओं को ठीक किया जा सके, क्योंकि अभी ये केंद्र सरकार के अधीन आता है. यही वजह है कि यहां पर आए दिन किसी न किसी वजह से विवाद होता रहता है. एक अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था के उद्देश्य से इस अस्पताल को भोपाल गैस पीड़ितों के लिए शुरू किया गया था.