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भोपाल कलेक्टर की सख्ती के 120 परिवारों को वापस मिला पैसा, चिटफंड कंपनी ने वापस किए साढ़े 22 लाख रुपए

भोपाल में निवेशकों का पैसा खाने वाली एक चिटफंड कंपनी ने सभी 120 निवेशकों के करीब साढ़े 22 लाख रुपए लौटा दिए हैं. कलेक्टर की सख्ती के चलते कंपनी निवेशकों का पैसा लेकर भागने में सफल नहीं हुई, कंपनी के डायरेक्टर के गिरफ्तार होते ही कंपनी ने निवेशकों की 22 लाख से ज्यादा की राशि लौटा दी है.

भोपाल कलेक्टर की सख्ती के 120 परिवारों को वापस मिला पैसा
भोपाल कलेक्टर की सख्ती के 120 परिवारों को वापस मिला पैसा
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Published : Jul 7, 2021, 11:01 PM IST

भोपाल। कलेक्टर अविनाश लवानिया की सख्ती के बाद राजधानी में एक चिटफंड कंपनी ने निवेशकों को पैसा वापस करना शुरू कर दिया है. कंपनी ने अभी तक कैंप लगाकर 120 निवेशकों को करीब 22 लाख 49 हजार की राशि वापस कर दी है. इसके साथ ही कंपनी ने निवेशकों से NOC भी ली है. इस मामले में अब निवेशकों के वकील ने प्रकरण खत्म करने का आवोदन दिया है.

कलेक्टर की त्वरित कार्रवाई से मिला पैसा

मामला नवंबर 2020 का है, भोपाल कलेक्टर लवानिया को लंबे समय से शिकायत मिल रही था कि माउंट सॉफ्ट नाम की कंपनी ने अधिक रिटर्न के नाम पर लोगों से पैसा लिया था. कलेक्टर ने उस दौरान तत्काल कार्रवाई करते हुए अलग-अलग बैंकों में स्थित कंपनी के खातों को फ्रीज करवा दिया था. इसके अलावा कंपनी के खिलाफ भोपाल में शिकायत भी दर्ज की गई थी. इस मामले में कंपनी के डारेक्टर पंकज को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया था.

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एक हफ्ते में कैंप लगाकर वापस किए 22 लाख रुपए

कंपनी के डायरेक्टर के गिरफ्तार होने के बाद कंपनी दबाव में आ गई थी, इसके बाद कंपनी ने धीरे-धीरे कर निवेशकों का पैसा लौटाना शुरू किया. इस मामले में पिछले एक सप्ताह में कंपनी ने भोपाल के पीर गेट, घोड़ा नक्कास, एमपी नगर में कैंप लगाकर निवेशकों को उनकी राशि वापस की और नोड्यूज और शपथ पत्र प्राप्त किए है. कंपनी ने 120 निवेशकों की 22 लाख 49 हजार 700 रूपये की दावा राशि वापस कर दी है.

भोपाल। कलेक्टर अविनाश लवानिया की सख्ती के बाद राजधानी में एक चिटफंड कंपनी ने निवेशकों को पैसा वापस करना शुरू कर दिया है. कंपनी ने अभी तक कैंप लगाकर 120 निवेशकों को करीब 22 लाख 49 हजार की राशि वापस कर दी है. इसके साथ ही कंपनी ने निवेशकों से NOC भी ली है. इस मामले में अब निवेशकों के वकील ने प्रकरण खत्म करने का आवोदन दिया है.

कलेक्टर की त्वरित कार्रवाई से मिला पैसा

मामला नवंबर 2020 का है, भोपाल कलेक्टर लवानिया को लंबे समय से शिकायत मिल रही था कि माउंट सॉफ्ट नाम की कंपनी ने अधिक रिटर्न के नाम पर लोगों से पैसा लिया था. कलेक्टर ने उस दौरान तत्काल कार्रवाई करते हुए अलग-अलग बैंकों में स्थित कंपनी के खातों को फ्रीज करवा दिया था. इसके अलावा कंपनी के खिलाफ भोपाल में शिकायत भी दर्ज की गई थी. इस मामले में कंपनी के डारेक्टर पंकज को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया था.

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