ETV Bharat / state

Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति के दिन रखे ध्यान, भूल कर भी न कर बैठे ये 5 गलतियां

मकर संक्रांति का त्यौहार किस दिन है, इस त्यौहार पर गुड़-तिल का क्या महत्व है. ये तमाम खबरें आपने पढ़ी होगी, लेकिन मकर संक्रांति पर आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए इन बातों का भी ध्यान रखना जरुरी है. इस रिपोर्ट में जानिए संक्रांति पर कौन सी गलतियां आपके सूर्य को नाराज कर सकती है.

Makar Sankranti 2023
मकर संक्रांति 2023
author img

By

Published : Jan 12, 2023, 10:38 PM IST

Updated : Jan 14, 2023, 6:27 AM IST

Makar Sankranti 2023। पूरे देश में शनिवार के दिन मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा. घरों में तिल से बनी मिठाइयां और छतों पर मांजे के साथ पतंगों का जोश देखने को मिलेगा, वैसे तो मकर संक्रांति बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन को विशेष महूर्त भी मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ ऐसे भी काम हैं जो इस त्योहार के दिन करना आपको पाप का भागीदार बना सकते हैं. अगर आप भी करने जा रहे हैं यह भूल तो ये खबर आपके लिए है.

सभी जानते हैं पौष के महीने में जब सूर्य और शनि दोनों मकर राशि में भ्रमण करते हैं तो यह संयोग बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. ज्योतिष विद्वान पंडित लक्ष्मण दास शास्त्री कहते हैं कि सूर्य और शनि दोनों ही पिता पुत्र एक दूसरे के दुश्मन हैं, लेकिन जब शनि के रहते सूर्य भी मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो दोनों ग्रहों का एक साथ मकर राशि में भ्रमण बहुत शुभ होता है. यह ऐसा समय है, जब सब कुछ अच्छा होता है. मकर संक्रांति को तो विशेष महूर्त का भी दर्ज दिया गया है. इस दिन कोई भी अच्छा काम करने के लिए आपको महूर्त निकलवाने की भी जरूरत नहीं होती है.

त्योहार पर इन कामों से करना चाहिए परहेज: माना जाता है कि मकर संक्रांति के पवित्र त्योहार पर कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए या कहें तो परहेज या दूरी बनाना चाहिए. क्योंकि इन कामों से सूर्य देव रूठ सकते हैं और इसका असर आपके जीवन में प्रतिकूल प्रभाव छोड़ सकता है. तो चलिए जानते हैं, वे कौन से ऐसे काम हैं, जिन्हें मकर संक्रांति पर करने से बचना चाहिए.

Makar Sankranti 2023: जानिए क्यों जनवरी में मनाई जाती है मकर संक्रांति, इसलिए पड़ा इस पर्व का नाम

मांसाहार का सेवन: तीज त्योहार पर्व ये वे खास दिन हैं, जो हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भक्तिभाव से विशेष महत्व रखते हैं. पूजा पाठ दान भोजन इनका हिस्सा है. ऐसे में मकर संक्रांति पर भी ये नियम लागू होते हैं, इसलिए इस त्योहार के दिन तामसिक यानि मांस या मांसाहार, लहसुन और प्याज का भी सेवन नहीं करना चाहिए. इससे सूर्य देव क्रोधित हो सकते हैं जो भाग्य के लिए अच्छा संकेत नहीं होगा.

मदिरा पान से परहेज: मांसाहार की तरह ही मदिरा का सेवन भी पूजा पाठ में अशुभ माना जाता है, ऐसे में मकर संक्रांति के दिन शराब नहीं पीना चाहिए. ना ही किसी अन्य तरह का नशा जैसे गुटका, बीड़ी या सिगरेट का सेवन करना चाहिए.

बासी भोजन ना करें: आम दिनों में भी बासी भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए, माना जाता है कि बासी भोजन का सेवन जीवन में दलिद्रता लाता है, ऐसे में मकर संक्रांति के दिन बासी भोजन से परहेज करें और इसकी जगह सात्विक भोजन या खिचड़ी का सेवन करना चाहिए.

Makar Sankranti 2023: किस दिन करें स्नान-दान, जानें मकर संक्रांति की सही तारीख

प्राकृतिक हरियाली से छेड़छाड़ न करें: मकर संक्रांति पर्व ग्रहों के मिलन और प्रकृति से जुड़ा है. ऐसे में पर्यावरण और प्रकृति की दृष्टि से इस दिन का अपना महत्व है, इसलिए मकर संक्रांति के दिन पेड़ या हरियाली को नहीं काटना चाहिए. इस दिन फसलों को काटना भी अशुभ माना जाता है.

गरीब या जरूरतमंद को लौटना: मकर सक्रांति पर्व दान और पुण्य का त्योहार है, इसलिए अगर कोई गरीब, जरूरतमंद, साधु या बुज़ुर्ग आपके द्वार पर आए तो उसे खाली हाथ कतई न लौटाए, आप धन, खिचड़ी, तिल या जो भी आपकी सामर्थ्य हो उस अनुसार दान अवश्य करें. यह दान आपको पुण्य लाभ दिलाता है.

(इस लेख में दी गयी जानकारी ज्योतिषविदों और पौराणिक मान्यताओं के आधार पर है, ETV भारत इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता है.)

Makar Sankranti 2023। पूरे देश में शनिवार के दिन मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा. घरों में तिल से बनी मिठाइयां और छतों पर मांजे के साथ पतंगों का जोश देखने को मिलेगा, वैसे तो मकर संक्रांति बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन को विशेष महूर्त भी मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ ऐसे भी काम हैं जो इस त्योहार के दिन करना आपको पाप का भागीदार बना सकते हैं. अगर आप भी करने जा रहे हैं यह भूल तो ये खबर आपके लिए है.

सभी जानते हैं पौष के महीने में जब सूर्य और शनि दोनों मकर राशि में भ्रमण करते हैं तो यह संयोग बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. ज्योतिष विद्वान पंडित लक्ष्मण दास शास्त्री कहते हैं कि सूर्य और शनि दोनों ही पिता पुत्र एक दूसरे के दुश्मन हैं, लेकिन जब शनि के रहते सूर्य भी मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो दोनों ग्रहों का एक साथ मकर राशि में भ्रमण बहुत शुभ होता है. यह ऐसा समय है, जब सब कुछ अच्छा होता है. मकर संक्रांति को तो विशेष महूर्त का भी दर्ज दिया गया है. इस दिन कोई भी अच्छा काम करने के लिए आपको महूर्त निकलवाने की भी जरूरत नहीं होती है.

त्योहार पर इन कामों से करना चाहिए परहेज: माना जाता है कि मकर संक्रांति के पवित्र त्योहार पर कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए या कहें तो परहेज या दूरी बनाना चाहिए. क्योंकि इन कामों से सूर्य देव रूठ सकते हैं और इसका असर आपके जीवन में प्रतिकूल प्रभाव छोड़ सकता है. तो चलिए जानते हैं, वे कौन से ऐसे काम हैं, जिन्हें मकर संक्रांति पर करने से बचना चाहिए.

Makar Sankranti 2023: जानिए क्यों जनवरी में मनाई जाती है मकर संक्रांति, इसलिए पड़ा इस पर्व का नाम

मांसाहार का सेवन: तीज त्योहार पर्व ये वे खास दिन हैं, जो हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भक्तिभाव से विशेष महत्व रखते हैं. पूजा पाठ दान भोजन इनका हिस्सा है. ऐसे में मकर संक्रांति पर भी ये नियम लागू होते हैं, इसलिए इस त्योहार के दिन तामसिक यानि मांस या मांसाहार, लहसुन और प्याज का भी सेवन नहीं करना चाहिए. इससे सूर्य देव क्रोधित हो सकते हैं जो भाग्य के लिए अच्छा संकेत नहीं होगा.

मदिरा पान से परहेज: मांसाहार की तरह ही मदिरा का सेवन भी पूजा पाठ में अशुभ माना जाता है, ऐसे में मकर संक्रांति के दिन शराब नहीं पीना चाहिए. ना ही किसी अन्य तरह का नशा जैसे गुटका, बीड़ी या सिगरेट का सेवन करना चाहिए.

बासी भोजन ना करें: आम दिनों में भी बासी भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए, माना जाता है कि बासी भोजन का सेवन जीवन में दलिद्रता लाता है, ऐसे में मकर संक्रांति के दिन बासी भोजन से परहेज करें और इसकी जगह सात्विक भोजन या खिचड़ी का सेवन करना चाहिए.

Makar Sankranti 2023: किस दिन करें स्नान-दान, जानें मकर संक्रांति की सही तारीख

प्राकृतिक हरियाली से छेड़छाड़ न करें: मकर संक्रांति पर्व ग्रहों के मिलन और प्रकृति से जुड़ा है. ऐसे में पर्यावरण और प्रकृति की दृष्टि से इस दिन का अपना महत्व है, इसलिए मकर संक्रांति के दिन पेड़ या हरियाली को नहीं काटना चाहिए. इस दिन फसलों को काटना भी अशुभ माना जाता है.

गरीब या जरूरतमंद को लौटना: मकर सक्रांति पर्व दान और पुण्य का त्योहार है, इसलिए अगर कोई गरीब, जरूरतमंद, साधु या बुज़ुर्ग आपके द्वार पर आए तो उसे खाली हाथ कतई न लौटाए, आप धन, खिचड़ी, तिल या जो भी आपकी सामर्थ्य हो उस अनुसार दान अवश्य करें. यह दान आपको पुण्य लाभ दिलाता है.

(इस लेख में दी गयी जानकारी ज्योतिषविदों और पौराणिक मान्यताओं के आधार पर है, ETV भारत इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता है.)

Last Updated : Jan 14, 2023, 6:27 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.