भिंड। आसमान से बरसी आफत ने शहर की एक पूरी बस्ती को तहस-नहस कर दिया है. मजदूर बस्ती में रहने वाले हजारों लोग खुले आसमान के नीचे सड़कों पर जीवन-यापन करने को मजबूर हैं. पिछले दिनों हुई जोरदार बारिश से स्थितियां और बदतर हो गई हैं. हालात ये हैं कि कुछ बस्तियां पानी में डूब गयीं, जिससे वहां के रहवासी खुले आसमान में जिंदगी बसर करने को मजबूर हैं.
शहर की अनाज मंडी के पास बसी मजदूरों की बस्ती बारिश होने के 5 दिन बाद भी जलमग्न है. यहां रहने वाले गरीबों की सैकड़ों झुग्गी-झोपड़ियां पानी में डूब गई हैं. जिससे वे सड़कों पर डेरा डालकर जिंदगी बिता रहे हैं. पांच दिन बीतने के बाद भी प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली.
झोपड़ी में रखा सामान बह गया
बस्ती में रहने वाली सपना बताती हैं कि जब बारिश आई तो वे लोग मजदूरी के लिए बाहर गए थे, जब लौटे तब तक खाने पीने का सामान बर्बाद हो चुका था. झोपड़ी में रखा बाकी सामान भी पानी में बह रहा था. किसी तरह वहां से सामान निकाल कर सड़कों पर रखा और अब पिछले 5 दिन से फुटपाथ पर गुजर-बसर कर रहे हैं.
किसी ने नहीं बढ़ाए मदद के लिए हाथ
सपना ने यह भी बताया कि अब तक किसी ने उनकी मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाए हैं और ना ही उन्हें किसी तरह की सरकारी मदद मिली है. बस्ती में रहने वाले गरीब परिवार जिन्हें 2 वक्त की रोटी तक नसीब नहीं होती. कुतरत के कहर ने उनके आशियाने छीन लिए. ताज्जुब की बात है कि अब तक प्रशासन ने भी इन लोगों की सुध नहीं ली. ऐसे में इन गरीब परिवारों के सामने अब जिंदरी गुजर-बसर का संकट खड़ा हो गया है.