भिंड। मध्य प्रदेश परिवहन विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले 34 कर्मचारियों पर CBI का शिकंजा कस चुका है. इन कर्मचारियों को फर्जी दस्तावेज से नौकरी करने के आरोप के बाद निलंबित कर दिया गया था. इन कर्मचारियों में चार कर्मचारी ऐसे हैं, जो भिंड जिले में पदस्थ चेक पोस्ट प्रभारी विमित गुप्ता के साथ लंबित होने के बाद भी काम करते पाए गए. इन चारों कर्मचारियों द्वारा दोनों चेक पोस्ट पर अवैध वसूली का काम किए जाने का भी आरोप लगा है.
शिकायत सामने आने के बाद इस संबंध में अब भोपाल में एक जांच टीम गठित की गई है, जो इन निलम्बित आरक्षकों के साथ मामले में चेक पोस्ट प्रभारी विमित गुप्ता के खिलाफ भी साक्ष्य इकट्ठा करने भिंड पहुंची.
निलम्बित आरक्षक कर रहे RTO चेकपोस्ट पर अवैध वसूली
भिंड जिले में आरटीओ चेकपोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली का मामला नया नहीं है, लेकिन इस बार यह वसूली पिछले कई दिनों से ऐसे कर्मचारी कर रहे थे, जिन्हें कुछ महीने पहले परिवहन विभाग द्वारा निलम्बित कर ग्वालियर अटैच किया गया था. जानकारी के मुताबिक, आरटीओ आरक्षक बालाजी गुर्जर, मुकेश मौर्य, मानवेन्द्र जादौन और भूपेन्द्र तोमर यह चारों निलम्बित आरक्षक RTO चेकपोस्ट प्रभारी भिंड विमित गुप्ता के साथ काम कर रहे हैं और अवैध वसूली करते हैं.
आधी रात हफ्ता वसूलने आए बदमाशों ने की रेस्टोरेंट में तोड़फोड़! CCTV में कैद हरकत
ट्रांसपोर्ट यूनियन ने भी की है शिकायत
ग्वालियर के ट्रांसपोर्ट यूनियन के सचिव अशोक सिंह तोमर ने इस सम्बंध में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर से शिकायत की है. चारो निलंबित आरक्षक ट्रांसपोर्टरों से भिंड में अवैध वसूली करते हैं. तोमर ने बताया की कोरोना काल में ट्रांसपोर्टरों की हालत दयनीय है. लोग अपनी गाड़ियों की किश्तें नहीं भर पा रहे हैं, ऐसे में उनके पास ट्रांसपोर्टरों ने शिकायत की थी कि उनके साथ भिंड और मालनपुर चेकपोस्ट पर अवैध वसूली की जाती है. इस बात की जांच करने वे खुद भी RTO चेकपोस्ट पर पहुंचे, जहां ड्राइवरों और अन्य ट्रांसपोर्टरों द्वार मौके पर ही वहां बैठे निलम्बित आरक्षकों और प्राइवेट लोगों द्वारा अवैध वसूली की बात कही. जिसके बाद तोमर ने मामले की शिकायत ट्रांसपोर्ट कमिश्नर से भी की है.
फंसे कर्ज की वसूली के लिये बैंक बेच सकते हैं विजय माल्या की 5,646 करोड़ रुपये की संपत्ति
मामले में जांच करने पहुंचे डिप्टी कमिश्नर
शिकायत सामने आने के बाद मीडिया में चर्चा शुरू हुई तो स्वत:संज्ञान लेते हुए परिवहन विभाग ने इस पर विभागीय जांच शुरू कर दी है, जिसमें चेकपोस्ट प्रभारी विमित गुप्ता की भी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है. आरोप लग रहे हैं कि उनके द्वारा ही यह लोग फ़्लाइइंग स्क्वाड बनकर और नाकों पर रह कर वसूली करते हैं. इन सभी आरोप की जांच के लिए परिवहन विभाग के ग्वालियर डिप्टी कमिश्नर शनिवार को भिंड पहुंचे और पत्रकारों से मुलाकात कर सभी साक्ष्यों और बयानों के आधार पर जांच शुरू की.
डिप्टी कमिश्नर अरुण कुमार सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी लगी थी कि व्यापमं घोटाले में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी पाने वाले आरक्षक जिन्हें निलम्बित किया गया वे यह अवैध रूप से काम कर रहे हैं. जिस पर परिवहन कमिश्नर ग्वालियर चम्बल संभाग द्वारा जांच के लिए निर्देशित किया है. सभी बिंदुओं पर जांच कर उन्हें रिपोर्ट सौंपी जाएगी.