भिंड। जिले में दंदरौआ धाम में विराजे प्राचीन प्रसिद्ध भगवान हनुमान वैसे तो लोगों के कष्ट और बीमारियां हरने की वजह से डॉक्टर हनुमान के नाम से ख्यात है. लेकिन पहली बार इस कोरोना संकट से उबारने के लिए वे वाक़ई डॉक्टर के रूप में नजर आए. जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूरी पर स्थित दंदरौआ सरकार सबकी पीड़ा, दर्द बीमारियां हर लेते हैं. हर कष्ट से निजात दिलाते हैं. उनके दर्शन मात्र से लोगों की कैंसर जैसी बीमारियां ठीक हुई हैं. ऐसे दंदरौआ धाम में विराज डॉक्टर हनुमान की कृपा रही है. जहां कोरोना काल में भी उनका आशीर्वाद भिंडवासियों पर बना रहा. लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि डॉक्टर हनुमान खुद पहली बार डॉक्टर के रूप में नजर आए हैं.
इतिहास में पहली बार धारण किए डॉक्टर के वस्त्र
अक्सर सखी वेश में रहने वाले भगवान हनुमान का देशवासियों को कोरोना से मुक्ति दिलाने विशेष रूप से डॉक्टर की पोशाक में शृंगार किया गया. गले आला और कहीं पर चश्मा लगाए डॉक्टर हनुमान का स्वरूप बेहद मनमोहक और मंत्रमुग्ध कर देना वाला है जिसके दर्शन पाने लगातार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.
इसी रूप में 21 साल पहले दिए थे दर्शन
दंदरौआ धाम के महंत रामदास महाराज का कहना है साल 2001 में कैंसर से पीड़ित एक महात्मा को हनुमान जी ने डॉक्टर के वेश में स्वप्न दर्शन दिए थे, वे डॉक्टर के लिबास में थे, चश्मा लगाया था और उनसे कहा था कि जल्दी मै हैं अमेरिका जा रहे है. तुम ऑपरेशन कराओ और उनके बताए अनुसार ऑपरेशन कराया गया जो सफल हुआ था. ऐसे ही ना जाने कितने ही किससे उनकी कृपा के हैं. आज हनुमान का वाक़ई डॉक्टर के उसी रूप में शृंगार हुआ है और सभी को कोरोना से छुटकारा दिला रहे हैं.
Head Constable का पसीजा दिल, वृद्ध की नहीं देखी गई हालत, नहलाकर कपड़े और खिलाया खाना
कोरोना से बचाव के लिए अनुष्ठान, मंत्री लगवा रहे पौधे
डॉक्टर हनुमान की कृपा हर इंसान पर है फिर वो आम श्रद्धालु हो या वीआईपी मंदिर में दर्शन के लिए ताम्र लगा हाई राज्य है. कोरोना काल में लोग तो मंदिर तक नहीं पहुंचे लेकिन दंदरौआ धाम में कोरोना के प्रभाव को लेकर समय समय पर अनुष्ठान और यज्ञ होते रहे, हाल ही में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्यूमन सिंह तोमर भी दर्शन के लिए पहुंचे थे और 11 हजार पौधे दंदरौआ धाम में लगने का संकल्प कर पौधारोपण भी किया था. समय समय पर कई दिग्गज मंत्री भी डॉक्टर हनुमान के आगे शीश झुकाने पहुंचते हैं.
सबसे कम संक्रमण दर भिंड की रही
देशभर में कोरोना खत्म करने को लेकर दंदरौआ सरकार का डॉक्टर रूप में विषेश श्रृंगार किया गया है. जिससे जो लोग कोरोना संक्रमण से जंग लड़ रहे हैं. उन पर दंदरौआ सरकार की कृपा बनी रहे. जहां एक तरफ कोरोना ने पूरे देशभर में कोहराम मचा रखा है. वहीं जिलेभर में दंदरौआ सरकार की विशेष कृपा बनी रही. जिले में यहां संक्रमण दर सबसे कम 1.3 फीसद और रिकवरी दर 93 फीसद है. कोरोना की दूसरी लहर में भिंड इकलौता ऐसा जिला रहा, जहां आगरा और ग्वालियर जैसे महानगरों के मरीज भर्ती हुए. अप्रैल में संक्रमण तेजी से बढ़ा तो देशभर में ऑक्सीजन की किल्लत हुई. अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधा वाले पलंग मिलना मुश्किल हुए. भिंड में मरीज कम होने आक्सीजन के पलंग खाली रहे.