भिंड। पुलिस का काम धोखेबाज़ों और अपराधियों को पकड़ना होता है लेकिन अगर कोई पुलिस के साथ ही धोखाधड़ी कर दे तो क्या कहेंगे. सुनने में अजीब है लेकिन सच है. भिंड ज़िले में जहां एक शख़्स ने ख़ुद को सब इंस्पेक्टर बताते हुए धौंस जमाने की कोशिश की. लेकिन भिंड में पदस्थ प्रधान आरक्षक की सूझबूझ से ना सर्फ़ मामले का खुलासा हुआ बल्कि धोखेबाज़ नक़ली सब इंस्पेक्टर भी हवालात पहुंच गया. नक़ली एसआई बनाकर कंट्रोल रूम से वह गार्ड मांग रहा था. Bhind fake SI arrest
खुद को भोपाल में पदस्थ बताया : भिंड देहात थाना प्रभारी सुधीर कुशवाह ने बताया कि रविवार को भिंड पुलिस कंट्रोल रूम में एक व्यक्ति का फ़ोन आया. इस दौरान ड्यूटी पर प्रधान आरक्षक अरुण दीक्षित तैनात थे. फ़ोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम उप निरीक्षक वीरेंद्र सिंह बताया. उसने ख़ुद को भोपाल पुलिस कमिश्नर दफ्तर में पदस्थ होना बताया और भिंड से कुछ गार्ड की मांग की. लेकिन बातचीत में संदेह होने पर प्रधान आरक्षक ने उसकी बात डीएसपी से भी करायी. दोनों के बीच बातचीत में फ़ोन पर बात कर रहे शख़्स पर संदेह गहरा गया.Bhind fake SI arrest
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ठगी की वारदातें की : इसके बाद जब भिंड कंट्रोल रूम द्वारा भोपाल कंट्रोल रूम से इस संबंध में जानकारी ली गई तो मामला झूठ निकला. इसके बाद भिंड पुलिस को मामला समझते देर नहीं लगी. इसके बाद साइबर सेल टीम की मदद से आरोपी युवक की लोकेशन का पता कर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. थाना प्रभारी के मुताबिक़ आरोपी नक़ली पुलिस बनकर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था. वह नक़ली पुलिस अधिकारी के नाम पर गार्ड इशू करा उन्हें साथ ले जाकर रौब जमाता था और लोगों को झांसे में लेकर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देता था. Bhind fake SI arrest