Datura flower significance: वैसे तो देवी-देवताओं पर हर तरह के फूल अर्पित किए जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे फूल होते हैं, जो कुछ देवताओं को बहुत पसंद होते हैं. उन्हीं में से एक फूल धतूरा का है. जिसे भगवान भोलेनाथ का पसंदीदा फूल माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि धतूरा का फूल और फल अगर महादेव को चढ़ाया जाए, तो वो बहुत प्रसन्न होते हैं.
शिव का पसंदीदा फूल
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि धतूरा का फूल बहुत ही प्रसिद्ध फूल है. धतूरा का फूल शिवजी की कृपा पात्र वाला फूल माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस फूल की उत्पत्ति कैलाश पर्वत में हुई और ये वहीं से लाया गया फूल है. जो पूरे विश्व में छाया हुआ है. धतूरा का फूल शिव जी के पसंदीदा फूलों में से एक है. शिव जी को धतूरा का फूल चढ़ा देने मात्र से वो बहुत प्रसन्न होते हैं.'
धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व
ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि 'धतूरा का फूल महादेव को अर्पित करने मात्र से वो बहुत प्रसन्न होते हैं. जातक को मनचाहा फल देते हैं. कहा जाता है कि धतूरा का फूल शिव जी को इतना प्रिय है की धतूरा का फूल सिर में रखने से सिर की गर्मी शांत होती है. इसलिए शिवजी धतूरा का फूल सिर पर रखते थे. आज भी जहां धतूरा का फूल लगाया जाता है, धार्मिक दृष्टि से उसका पूजन किया जाता है. धतूरा का फल भी भगवान भोलेनाथ को बहुत प्रिय है. धतूरा का फूल घर में लगा देने मात्र से नकारात्मक चीजें घर से दूर भाग जाती हैं, तो वहीं घर में और उसके चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है.'
धतूरा का फूल जहां भी घर आंगन या बाड़ी में अगर लगा दिया जाता है, तो वहां पर देवी देवताओं का निवास होता है. विशेष कर शिवजी की कृपा वहां पर बनी रहती है. जिससे पूरा पुण्य लाभ मिलता है और सुख शांति मिलती है.
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पौधे से तोड़कर तुरंत करें अर्पित
ज्योतिष आचार्य बताते हैं की धतूरे के फूल को हमेशा जब भी भगवान को अर्पित करना हो कोशिश करें कि तुरंत ही पौधे से तोड़कर और भगवान को अर्पित कर दें, क्योंकि धतूरा का फूल बहुत जल्दी मुरझा जाता है. अगर धतूरे का ताजा फूल भगवान को अर्पित किया जाए तो महादेव बहुत ज्यादा प्रसन्न होते है.