बैतूल। जिला चिकित्सालय के वॉर्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को साउंड सिस्टम के माध्यम से सभी सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी. मंगलवार को जिला चिकित्सालय में यह नई पहल शुरू की गई है. जिसके माध्यम से स्टाफ नर्स सुरक्षा गार्ड और फार्मासिस्ट मरीजों और उनके परिजनों को सरकार के द्वारा मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी देंगे. जिससे मरीजों को जिला चिकित्सालय में अपनत्व का माहौल मिलेगा.
- साउंड सिस्टम से मिलेगी सुविधाओं की जानकारी
जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा ने बताया कि मेरा अस्पताल स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार का सरकारी अस्पतालों के लिए फीडबैक ऐप है. इसके अंतर्गत मरीजों से सरकारी अस्पताल के बारे में फीडबैक लिया जाता है. जिसमें कर्मचारियों का व्यवहार,अस्पताल में साफ सफाई, इलाज का खर्च, इलाज की गुणवत्ता एवं अन्य पहलू जैसे उपलब्ध सेवाओं जिसमें मरीजों को सभी सेवाएं निशुल्क दी जा रही. औषधि, इलाज और जांच के नाम पर कोई पैसा मांगता है, तो उसकी शिकायत की जा सकती, सुविधाओं की उपलब्धता इन्ही सब चीजों का ध्यान रखते हुए जिला चिकित्सालय में माइकिंग और स्पीकर सिस्टम की शुरुआत की गई. इस दौरान मेल, फीमेल, मेडिकल वार्ड, मेल फीमेल सर्जिकल, मेटरनिटी वार्ड, ओपीडी और औषधि केंद्र में सबसे पहले इसकी शुरुआत हुई.
- कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने की अपील
बैतूल ब्लड बैंक के अधिकारी डॉ अंकिता सीते ने बताया कि माइक के माध्यम से स्टाफ नर्स, सुरक्षा गार्ड और फार्मासिस्ट मरीजों को बताएंगे कि सरकार उनके इलाज के लिए क्या सुविधाएं दे रही है. साथ ही अपील की जाएगी कि मरीजों को संक्रमण से बचाने चिकित्सालय भवन एवं परिसर में साफ सफाई रखें. इसके अलावा मरीजों को उनके परिजन से मिलने का समय, भोजन, नाश्ता आदि की जानकारी भी माइकिंग सिस्टम से दी जाएगी. उन्होंने ये भी बताया कि वार्ड में किस डॉक्टर और सिस्टर की डियूटी है जिससे परिजनों को भटकना नही पड़ेगा डॉक्टर और सिस्टर को ढूढने के लिए इसकी जानकारी भी दी जाएगी.
- गुटका, तंबाकू या बीड़ी सिगरेट पीने वालों पर लगेगा जुर्माना
इसके अलावा जिला चिकित्सालय को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए यह व्यवस्था कारगर साबित होगी, क्योंकि एनाउंस के माध्यम से यह भी चेतावनी दी जाएगी. चिकित्सालय परिसर में गुटका, तंबाकू खाकर थूकना, बीड़ी, सिगरेट पीना जो दंडनीय अपराध है. ऐसा करते पकड़े जाने पर ढाई सौ का जुर्माना लगेगा. इस व्यवस्था से मरीजों के परिजनों को भटकना नहीं पड़ेगा, उन्हें सारी जानकारी वार्ड में ही मिलेगी.