बैतूल । जिले में उद्यानिकी विभाग ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उन्हें मुनगा की खेती करने का सपना दिखाया था. इसके लिए उद्यानिकी विभाग ने इंदौर की कंपनी से किसानों का अनुबंध कराया था. कंपनी में किसानों से प्रति एकड़ बीस हजार रुपए की राशि जमा करवाई. लगभग ढाई सौ किसानों के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया गया. किसानों को मिले पौधे अमानक निकले. खेत में लगाते ही वे मर गए. कई किसानों को तो आज तक पौधे ही नहीं मिले . किसानों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. किसान कंपनी के साथ-साथ उद्यानिकी विभाग के उप संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं .
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के नाम पर धोखा
दो साल पहले उद्यानिकी विभाग ने बैतूल के लगभग 500 किसानों को मुनगा की खेती करने के लिए प्रेरित किया था. अनुबंध में साफ था, कि विवाद की स्थिति में उद्यानिकी विभाग कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करवाएगा. कुछ किसानों को पौधे मिले, तो कुछ को नहीं. जिन किसानों ने पौधे लगाए वो मर गए. किसानों ने अपना पैसा वापस मांगा,तो उद्यानिकी विभाग के अफसर बात को टालने लगे.
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसान कर रहे दोगुनी कमाई
एक्शन का आश्वासन
पीड़ित किसानों ने कलेक्टर ,एसपी, एसडीएम और पुलिस थानों में फरियाद की. लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. कलेक्टर ने मामले की जांच कृषि विभाग को दे दी. कॉन्ट्रैक्ट करने वाले 97 किसानों की सूची कृषि विभाग को दी गई है. मामला प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के पास पहुंचा . उन्होंने भी एक्शन लेने का आश्वासन दिया है.