ETV Bharat / state

Betul Satpura Leopard Gecko: "सतपुड़ा लियोपर्ड गेको" छिपकली रात में करती है शिकार, करिए आप भी दीदार...

बैतूल पावर जेनरेटिंग कंपनी के अस्पताल में एक दुर्लभ छिपकली के मिलने से हड़कंप मच गया. रेस्क्यू करने पहुंचे सर्पमित्र ने बताया कि यह छिपकली लगभग 20 सेंटीमीटर तक लम्बी हो सकती है. सर्पमित्र ने यह भी बताया कि ये छिपकली विषहीन होती है. इंसानों को किसी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाती. इसे विशेष संरक्षण देने की भी आवश्यकता है. (Satpura Leopard Gecko)

Betul Lizard Rescue
बैतूल अस्पताल में निकली छिपकली
author img

By

Published : Jul 26, 2022, 9:49 AM IST

Updated : Jul 26, 2022, 2:58 PM IST

बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील के सारणी स्थित पावर जेनरेटिंग कंपनी के अस्पताल में सोमवार को एक अजीब प्रजाति की छिपकली दिखाई दी. यह छिपकली आवाज भी निकाल रही थी. जिसे देखकर सभी हैरान रह गए. अस्पताल प्रबंधन ने सर्पमित्र आदिल खान को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचे आदिल खान ने दुर्लभ छिपकली का रेस्क्यू किया. सर्पमित्र के मुताबिक इस छिपकली की गति भी काफी तेज होती है, जो खतरा आने पर तीव्रता से भागने का प्रयास करती है.

बैतूल अस्पताल में निकली छिपकली

सुझबूझ के साथ किया रेस्क्यू: वन्य प्राणियों और प्रकृति के संरक्षण का कार्य कर रहे सारणी के आदिल खान ने बताया कि उन्हें सारणी के मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी अस्पताल से कर्मचारियों का फोन आया था, फोन पर सांप के फुफकारने की सूचना दी गई थी. जब आदिल वहां रेस्क्यू करने पहुंचे तो पाया कि एक छिपकली अस्पताल परिसर में बैठी थी. यह छिपकली तेज आवाज भी निकाल रही थी. जिसे आदिल ने सुझ-बूझ के साथ रेस्क्यू किया.

मिड-डे-मील में मिली छिपकली, खाना खाने से 30 बच्चों की हालत बिगड़ी

रात में होती है एक्टिव: आदिल ने बताया की यह छिपकली "सतपुड़ा लियोपर्ड गेको" के नाम से जानी जाती है. यह मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में पाई जाती है. यह स्थानिक (Endemic) है. पूरी दुनिया में यह सिर्फ मध्य भारत के जंगलों में ही पाई जाती है‌. यह रात के समय एक्टिव होती है और कीड़े मकोड़ों का भोजन करती है. आदिल ने बताया दिखने में यह छिपकली बेहद आकर्षक होती है. खतरा महसूस होने पर यह छिपकली तेजी से भाग जाती है या फिर तेज आवाज निकालती है.(Satpura Leopard Gecko)

बैतूल। घोड़ाडोंगरी तहसील के सारणी स्थित पावर जेनरेटिंग कंपनी के अस्पताल में सोमवार को एक अजीब प्रजाति की छिपकली दिखाई दी. यह छिपकली आवाज भी निकाल रही थी. जिसे देखकर सभी हैरान रह गए. अस्पताल प्रबंधन ने सर्पमित्र आदिल खान को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचे आदिल खान ने दुर्लभ छिपकली का रेस्क्यू किया. सर्पमित्र के मुताबिक इस छिपकली की गति भी काफी तेज होती है, जो खतरा आने पर तीव्रता से भागने का प्रयास करती है.

बैतूल अस्पताल में निकली छिपकली

सुझबूझ के साथ किया रेस्क्यू: वन्य प्राणियों और प्रकृति के संरक्षण का कार्य कर रहे सारणी के आदिल खान ने बताया कि उन्हें सारणी के मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी अस्पताल से कर्मचारियों का फोन आया था, फोन पर सांप के फुफकारने की सूचना दी गई थी. जब आदिल वहां रेस्क्यू करने पहुंचे तो पाया कि एक छिपकली अस्पताल परिसर में बैठी थी. यह छिपकली तेज आवाज भी निकाल रही थी. जिसे आदिल ने सुझ-बूझ के साथ रेस्क्यू किया.

मिड-डे-मील में मिली छिपकली, खाना खाने से 30 बच्चों की हालत बिगड़ी

रात में होती है एक्टिव: आदिल ने बताया की यह छिपकली "सतपुड़ा लियोपर्ड गेको" के नाम से जानी जाती है. यह मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में पाई जाती है. यह स्थानिक (Endemic) है. पूरी दुनिया में यह सिर्फ मध्य भारत के जंगलों में ही पाई जाती है‌. यह रात के समय एक्टिव होती है और कीड़े मकोड़ों का भोजन करती है. आदिल ने बताया दिखने में यह छिपकली बेहद आकर्षक होती है. खतरा महसूस होने पर यह छिपकली तेजी से भाग जाती है या फिर तेज आवाज निकालती है.(Satpura Leopard Gecko)

Last Updated : Jul 26, 2022, 2:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.