बड़वानी। जिले भर में कहीं अतिवृष्टि तो कहीं पानी की कमी की वजह से कई गांवों की फसलें चौपट हो गई है. जिसके चलते किसान अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान किसानोंं ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.
किसानों का कहना है कि कई जगहों पर अतिवृष्टि हुई है तो कहीं कम बारिश हुई है. वहीं कड़क धूप के चलते फसलें चौपट हो गई है, तो सोयाबीन और मिर्ची की फसल पर इल्लियों का अटैक भी हुआ है. जनप्रतिनिधि मंचों के माध्यम से किसानों की बर्बाद फसलों का मुआवजा देने की बात तो बढ़-चढ़कर कर रहे हैं, मगर धरातल पर इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है.
किसानों का कहना है कि पटवारी घर बैठे ही उनकी फसलों का आकलन कर रहे हैं. इतना ही नहीं मनमर्जी से खेतों में फसलों को बर्बाद बताकर मुआवजा तय कर रहे हैं. जहां कपास की फसल बोई गई है, वहां मिर्ची की फसल का सर्वे कागजों पर किया जा रहा है. ऐसे में मांग की जा रही है कि अधिकारी क्षेत्र का दौरा कर सही आकलन करें और उसी हिसाब से फसल का मुआवजा तय करें.