बालाघाट। मध्यप्रदेश में हॉर्स ट्रेडिंग मामले पर हर दिन कांग्रेस-बीजेपी के नेताओं के बयान आ रहे हैं. इसी कड़ी में सिवनी-बालाघाट सांसद ढाल सिंह बिसेन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बीजेपी सांसद ने हॉर्स ट्रेडिंग मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग का मामला है ही नहीं, यह सब कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई का मामला है. राज्यसभा के लिए नामांकन प्रारंभ हो रहा है इसलिए दिग्विजय सिंह, कमलनाथ अपनी-अपनी गोटी फिट करने में लगे हुए हैं. यह पूरा प्रपंच दिग्विजय सिंह का रचा हुआ है और विलेन के रूप में भाजपा को दिखाना चाह रहे हैं.
सांसद ढाल सिंह बिसेन ने हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर कहा कि यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है. 13 तारीख से राज्यसभा की नामांकन प्रक्रिया शुरु होने वाली है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में कांग्रेस, बीजेपी को 1-1 सीट मिल जाएगी. उसके लिए अपनी अपनी गोटी फिट करने में लगे हुए हैं सिर्फ एक सीट के लिए यह पूरा गुणा भाग लगा रहे हैं. दिग्विजय सिंह, कमलनाथ को नहीं चाहते हैं और कमलनाथ दिग्विजय सिंह को नहीं चाहते हैं, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों को ही नहीं चाहते हैं. आपसी विवाद को भारतीय जनता पार्टी की ओर रुख मोड़ रहे हैं यह सारा प्रपंच दिग्विजय सिंह का रचा हुआ है.
केंद्रीय फंड पर बोले सांसद बिसेन
राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार पर विकास कार्यों के लिए फंड नहीं देने का आरोप लगाने के मामले में सांसद बिसेन ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोई फंड नहीं रोका है. बल्कि राज्य सरकार को जितनी राशि दी है उसका यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट अभी तक राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को नहीं दिया गया है।. तो अगला फंड कैसे रिलीज किया जा सकता है.
कमलनाथ पर बरसे बीजेपी सांसद
वहीं किसानों को अतिवृष्टि ओलावृष्टि और बाढ़ पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार से मांगी गई राशि ना देने के आरोप पर सांसद बिसेन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बार-बार प्रदेश की कमलनाथ सरकार केंद्र सरकार पर राशि नहीं देने का आरोप लगा रही है जबकि राज्य सरकार ने ओलावृष्टि अतिवृष्टि व बाढ़ पीड़ित किसानों के खेतों तक का सर्वे तक नहीं किया है और वही लोकसभा में मामला उठने के बाद रिपोर्ट देने में भी देर लगाई है.
जिसके कारण राज्य सरकार को राशि देने में देरी हुई है. वही 2 करोड रुपए केंद्र सरकार ने सरकार को रिलीज कर दिया था लेकिन अभी तक हितग्राहियों को पैसा सरकार ने नहीं दिया है जब इस मामले में कलेक्टर से पूछा गया तो उनका कहना है कि सरकार से अभी तक इस मदद में कोई पैसा नहीं आया है.