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MP कान्हा टाइगर रिजर्व में वृद्ध बाघ की मौत से शोक की लहर, शरीर में चोटों के निशान - शरीर में चोटों के निशान

टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व से 4 जून की रात्रि को दु:खद खबर सामने आई. यहां बाघों का परिवार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने वाले करीब 15 साल के उम्रदराज बाघ की मौत हो गई. बाघ के शरीर पर गहरे और गंभीर घाव पाए गए हैं. आशंका जताई जा रही है कि बाघ वृद्धा अवस्था में होने के कारण भूख और प्यास के कारण जिंदगी की जंग हार गया. इस प्रकार टी-30 टाइगर अब हमारे बीच नहीं रहा.

MP death of old tiger in Kanha Tiger Reserve
MP कान्हा टाइगर रिजर्व में वृद्ध बाघ की मौत से शोक की लहर
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Published : Jun 5, 2023, 12:31 PM IST

MP कान्हा टाइगर रिजर्व में वृद्ध बाघ की मौत से शोक की लहर

बालाघाट। मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में एक और बाघ की मौत हो गई. इस बाघ की मौत उम्रदराज होने के कारण बताई जा रही है. हालांकि पोस्टमार्टन रिपोर्ट के बाद असली कारण सामने आएगा, बाघ की मौत की पुष्टि कान्हा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने की है. बता दें कि कान्हा नेशनल पार्क से लगभग 15 किलोमीटर दूर बालाघाट उत्तर वन मंडल के वन परिक्षेत्र पूर्व बैहर अन्तर्गत उमरदोनी बीट के कोहका गांव किनारे एक तालाब में 4 जून को घायल बाघ दिखाई दिया.

ग्रामीणों का हुजूम उमड़ा : घायल बाघ के दिखने के बाद मौके पर वन अमला पहुंचा और इसकी निगरानी दो हाथी के सहारे की गई. अभियान में करीब 32 कर्मचारी लगाए गए. सुबह से शाम तक घायल बाघ का ग्रामीणों ने कई बार देखा. बाघ को देखने के लिए ग्रामीणों का हुजूम रहा. वहीं रात करीब 8 बजे के करीब T- 30 नाम के इस टाइगर ने अंतिम सांस ली. बताया जा रहा है कि बाघ की उम्र हो चुकी थी. वृद्धा अवस्था के कारण उसकी मौत हो गई. सोमवार को 5 जून को वन विभाग द्वारा बाघ का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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पीएम रिपोर्ट के बाद कारण पता चलेगा : कान्हा टाइगर रिजर्व प्रबंधन के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि डेथ बॉडी रिकवर कर ली गई है. पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पायेगा कि बाघ को चोट कैसे लगी. हालांकि यह संभावना जताई गई कि बाघों के बीच संघर्ष या फिर शिकार के दौरान किसी जानवर से संघर्ष में उसे चोट लगी होगी, जो रिकवर नहीं हो सकी और यही बाघ की मौत का कारण बना होगा. वन विभाग के अफसरों का कहना है कि उम्रदराज होने के कारण बाघ की मौत हो सकती है. हालांकि उसके शरीर पर चोट के निशान भी पाए गए.

MP कान्हा टाइगर रिजर्व में वृद्ध बाघ की मौत से शोक की लहर

बालाघाट। मध्यप्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में एक और बाघ की मौत हो गई. इस बाघ की मौत उम्रदराज होने के कारण बताई जा रही है. हालांकि पोस्टमार्टन रिपोर्ट के बाद असली कारण सामने आएगा, बाघ की मौत की पुष्टि कान्हा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने की है. बता दें कि कान्हा नेशनल पार्क से लगभग 15 किलोमीटर दूर बालाघाट उत्तर वन मंडल के वन परिक्षेत्र पूर्व बैहर अन्तर्गत उमरदोनी बीट के कोहका गांव किनारे एक तालाब में 4 जून को घायल बाघ दिखाई दिया.

ग्रामीणों का हुजूम उमड़ा : घायल बाघ के दिखने के बाद मौके पर वन अमला पहुंचा और इसकी निगरानी दो हाथी के सहारे की गई. अभियान में करीब 32 कर्मचारी लगाए गए. सुबह से शाम तक घायल बाघ का ग्रामीणों ने कई बार देखा. बाघ को देखने के लिए ग्रामीणों का हुजूम रहा. वहीं रात करीब 8 बजे के करीब T- 30 नाम के इस टाइगर ने अंतिम सांस ली. बताया जा रहा है कि बाघ की उम्र हो चुकी थी. वृद्धा अवस्था के कारण उसकी मौत हो गई. सोमवार को 5 जून को वन विभाग द्वारा बाघ का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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