अशोकनगर। जिले में आंखों के संक्रमण को लेकर मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में जिला अस्पताल में 30 फीसदी मरीज आंखों में संक्रमण के चलते पहुंच रहे हैं, जहां नेत्र चिकित्सकों के कक्ष में मरीजों की लंबी कतार देखने को मिल रही है. बता दें कि जिला अस्पताल में 1 सप्ताह पहले आई फ्लू के संक्रमित लगभग 15 से 20 मरीज आ रहे थे. लेकिन लगातार संक्रमण के बढ़ते अब अस्पताल की ओपीडी के अनुसार 80 से 100 मरीज जिला अस्पताल में उपचार कराने पहुंच रहे हैं.
डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप का करें प्रयोगः जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ वीके शर्मा का कहना है कि, ''आंखों में संक्रमण की शिकायत लगातार लोगों में देखी जा रही है. ऐसे में डॉक्टर की सलाह से ही आई ड्रॉप मॉक्सिफ्लाक्स इन, साइको फ्लाक्सासिन आई ड्रॉप का ही प्रयोग करें. इसे हर 6-6 घंटे के अंतराल से आंखों में डालना है. जबकि कई लोग सीधा बाजार के मेडिकल स्टोर से डेक्सामेथासोन आई ड्रॉप लेकर आते हैं, जिसका प्रयोग करने से बचें. क्योंकि यह आंखों के संक्रमण को सही करने में लगभग 15 दिन का समय लेती है. इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें. जबकि यह बीमारी स्वतः ही चार-पांच दिन में ठीक हो जाती है.''
आंख में इंफेक्शन के लक्षण
- आंखें लाल होना.
- आंखों में सूजन के साथ दर्द होना.
- पलकों को छूने पर दर्द महसूस होना.
- आंख से पीले या हरे रंग का या रंगहीन पदार्थ आना.
- आंखों की पलकों के पास पपड़ी -जमना खासकर सुबह के समय.
- आंखों से कीचड़ आना.
- दृष्टि का धुंधला होना.
- आंखों से लगातार पानी बहना.
- जलन होना.
आई फ्लू से बचने के तरीकेः विशेषज्ञ डॉक्टर ने बताया कि इस संक्रमण से बचने के लिए हमें एक दूसरे की टॉवल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. किसी दूसरे के रुमाल का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इसी के साथ संक्रमित बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए. काले चश्मे का प्रयोग करना चाहिए, ताकि तेज रोशनी से बचा जा सके. सुबह, दोपहर, शाम ठंडे पानी से आंखों को धोना चाहिए.