अशोकनगर। गायत्री शक्तिपीठ के 40 साल पूरे होने पर शहर में पहली बार 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. ये आयोजन 22 दिसबंर से 26 दिसंबर तक किया जाएगा, जिसमें रोजाना एक लाख आहुतियां दी जाएंगी. ये जानकारी हरिद्वार शांतिकुंज से आए अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित श्याम बिहारी दुबे ने दी.
आहुति देने सबको मिलेगा मौका, 22 दिसंबर को निकाली जाएगी कलश यात्रा
जानकारी के मुताबिक 22 दिसंबर को शहर में विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी, जो शहर भर से घूमते हुए कथा स्थल तक पहुंचेगी. जिसके बाद यज्ञ शुरू होगा. वहीं इस यज्ञ में आने वाले सब लोगों को आहुतियां देने का मौका मिलेगा. पहली पारी में जो लोग नहीं बैठ सकेंगे, वे दूसरी पारी में बैठकर आहुतियां देंगे. अखिल विश्व गायत्री परिवार में चल रहे रचनात्मक कार्यों की विस्तार से जानकारी देते हुए पंडित श्याम बिहारी दुबे ने बताया कि 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण होने की वजह से यज्ञ सुबह आठ बजे के बजाय दस बजे शुरू किया जाएगा.
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दिलाया जाएगा बुरी आदतों को छोड़ने का संकल्प
यज्ञ स्थल पर रोजाना सुबह सवेरे पहले ध्यान-साधना की जाएगी, फिर यज्ञ और शाम चार बजे से प्रज्ञा पुराण की संगीत में पावन कथा होगी. योग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित प्रज्ञा पुराण कथा का पहली बार शहर में वाचन किया जा रहा है. इस यज्ञ में हर जाति,वर्ग, धर्म और संप्रदाय के व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है, ताकि समाज में एक नवजागरण हो सके. इसके साथ ही यज्ञ में सबको बुरी आदतों को छोड़ने का संकल्प भी दिलाया जाएगा.