विदिशा: बुधवार को शहर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री व विदिशा के सांसद शिवराज सिंह चौहान का रोड शो हुआ. कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल भी रोड में शामिल हुए. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इससे पहले हेलीकॉप्टर से विदिशा के एसएटीआई कॉलेज स्थित अस्थाई हेलीपैड पर पहुंचे. रोड शो का समापन पुरानी गल्ला मंडी में हुआ, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने इन नेताओं का स्वागत किया. कार्यक्रम में विदिशा के प्रभारी मंत्री लखन पटेल और जिले के पांचों विधायक शामिल हुए.
बीजेपी नेता जगदीश यादव भीड़ के साथ पुलिस थाने पहुंचे
वहीं, विदिशा में मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले भाजपा नेता जगदीश यादव और उनके बेटे आकाश यादव की कथित गिरफ्तारी की खबर ने माहौल गरमा दिया. बताया जा रहा है कि यह विवाद स्वागत बैनर्स को लेकर हुआ. सिविल लाइन थाने में बीजेपी नेता जगदीश यादव ने आरोप लगाया "पुलिस प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के बैनर लगाने से रोका. मुझे और मेरे बेटे को किस आरोप में गिरफ्तार किया. मैं हरियाणा में था और बैनर लगाने की जिम्मेदारी अपने बेटों को दी थी. पुलिस प्रशासन हमें धमका रहा था कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो न लगाई जाए. हम पूछना चाहते हैं कि पुलिस किसके कहने पर ऐसा कर रही है."
माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश को तेज गति से आगे ले जा रहे हैं। कर्मठ मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास के लिए दिन-रात जुटे हुए हैं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 15, 2025
— आदरणीय श्री @ChouhanShivraj जी, केंद्रीय मंत्री pic.twitter.com/xWLoLGxx0P
आज विदिशा के नागरिकों ने मुझ पर जो स्नेह और आशीर्वाद की वर्षा की है, उसका ह्रदय से आभार...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 15, 2025
आपका विश्वास ही मुझे विदिशा सहित पूरे प्रदेश की प्रगति के संकल्प को साकार करने के लिए असीम ऊर्जा प्रदान करता है। pic.twitter.com/nxUiqlvndp
- विदिशा में मोहन-शिवराज की जोड़ी, 8 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा सपनों का घर
- मध्य प्रदेश में लाड़ली बहनों को मोहन यादव ने दी दोगुनी राशि, खातों में पहुंचा डबल अमाउंट
बीजेपी नेता ने लगाया पुलिस थाने में मारपीट का आरोप
बीजेपी नेता जगदीश यादव ने आरोप लगाया "पुलिस ने उन्हें सिविल लाइन थाने लाकर बेइज्जत किया और मारपीट की. वे इस मामले को न्यायपालिका, सरकार और मानवाधिकार आयोग तक ले जाएंगे. इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए लगाए गए पोस्टर और होर्डिंग्स को फाड़ा गया और कुचला गया. इसकी जांच होनी चाहिए. जब जांच होगी तो इस सबका खुलासा होगा कि इन सबके पीछे कौन है. मोहन यादव की छवि खराब करने का काम किया गया." वहीं, कुछ देर बाद जगदीश यादव अपने समर्थकों के साथ रोडशो में शामिल हुए. इस मामले में पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.