बेंगलुरु: सोशल मीडिया का खुमार कब, कैसे और किस पर भारी पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता. बेंगलुरू में मारपीट मामले का आरोपी 12 साल से पुलिस की पकड़ से दूर था. यहां तक कि अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी नहीं शामिल हुआ. लेकिन, किस्मत देखिए बेटे की इंस्टाग्राम स्टोरी से वह पकड़ा गया. बेटे के सोशल मीडिया प्रेम ने वह पहचान खोल दिया, जो आरोपी ने 12 बरसों तक छिपाए रखा था.
कौन है आरोपी: मारपीट के मामले में फरार आरोपी को उसके बेटे की इंस्टाग्राम स्टोरी में आने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. मडिवाला पुलिस ने मोहम्मद फारूक उर्फ मोती को गिरफ्तार किया है. अदालत से वारंट जारी होने के बाद से फरार चल रहा था. पुलिस के अनुसार आरोपी ने दूसरी शादी कर ली है. डोड्डाकल्लासांद्रा में रहता था. पुलिस की वजह से वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाया था.
कैसे पुलिस ने पकड़ाः पुलिस ने बताया कि हाल ही में इंस्टाग्राम स्टोरी में मोहम्मद फारूक की एक फोटो दिखी. जब इंस्टाग्राम आईडी और आईपी एड्रेस की जांच की गई, तो पता चला कि आईडी मोहम्मद फारूक के नाम से मोबाइल नंबर के आधार पर बनाई गई थी. पुलिस ने जांच में पाया कि उसी नंबर से ऑनलाइन खाने के ऑर्डर भी आए थे. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने मोहम्मद फारूक के एड्रेस का पता लगाया. बाद में, उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
12 साल पहले हुई थी घटना: जानलेवा हमले के मामले में आरोपी मोहम्मद फारूक के खिलाफ कोर्ट ने 2015 में वारंट जारी किया था. लेकिन फारूक कोर्ट में पेश हुए बिना ही फरार हो गया. पुलिस ने फारूक की काफी तलाश की, लेकिन आरोपी अपना मोबाइल नंबर और ठिकाना बदलने के कारण हाथ नहीं लगा.
इसे भी पढ़ेंः बेंगलुरु ट्रिपल मर्डर: शख्स ने पत्नी, बेटी समेत तीन लोगों कुल्हाड़ी से काटा, थाने में किया सरेंडर