आगर मालवा। शीतला सप्तमी के मौके पर नंगे पांव अंगारों पर चलने की परंपरा है. सिरपोई गांव में भी महाकाली माता के भक्त चूल पर चले. इस दौरान सिरपोई सहित आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे.
कई वर्षों से चली आ रही परंपरा
पिपलोन चौकी के अंतर्गत आने वाले सिरपोई गांव में स्थित प्राचीन कालका माता मंदिर में श्रद्धालु शीतला सप्तमी के पर्व पर अंगारों यानी चूल पर चलते हैं. यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है. इस परंपरा के पीछे ऐसी मान्यता है कि यहां महाकाली माता से जो मन्नत मांगी जाती है, वह पूर्ण होने पर बच्चे, महिलाएं और पुरुष नंगे पांव धधकते अंगारों पर चलते हैं.
अनोखी परंपरा: मनोकामनाएं पूरी होने पर धधकते अंगारों पर नंगे पैर चलते हैं श्रद्धालु
कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां
कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद सप्तमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए. कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए इस बड़े आयोजन का हिस्सा बने. वहीं प्रशासन दिखावे की सख्ती कर रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह के लगातार आयोजन हो रहे हैं.