भोपाल: मध्य प्रदेश में 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी और 10वीं कक्षा की 27 फरवरी 2024 से शुरू होगी. इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने तैयारियां शुरू कर दी है. बोर्ड परीक्षा के सभी सेंटरों पर सीसीटीवी समेत अन्य व्यवस्थाएं पूरी की जा रही हैं. स्कूल शिक्षा विभाग ने संवेदनशील और अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की सूची भी जारी कर दी है. अब इन सेंटरों पर नकल रोकने और पेपर लीक होने जैसे मामलों को देखते हुए बोर्ड परीक्षा की प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शी और निर्विवाद बनाने के लिए परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
300 परीक्षा केंद्रों में लगेगा जैमर, 100 मीटर दायरे में नेटवर्क नहीं
माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल और पेपर लीक के मामले सामने आते हैं. इसमें अधिकतर स्थानों पर मोबाइल का प्रयोग कर लोग पेपर लीक जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. इसी को देखते हुए विभाग ने प्रत्येक परीक्षा केंद्र का भौतिक निरीक्षण कराया. जिसकी रिपोर्ट गोपनीय टीम ने बनाकर दी है. इनमें करीब 300 परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक और नकल की संभावना को देखते हुए संबंधित परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाने की योजना बनाई गई है. जिससे बोर्ड परीक्षा के दौरान इंटरनेट और संचार गतिविधियों को रोका जा सके.
अगले साल से सभी परीक्षा केंद्रों पर लगेंगे जैमर
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव केडी शुक्ला ने बताया कि "पेपर लीक और नकल जैसी घटनाओं को रोकने के लिए इस बारी कुछ परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जा रहे हैं. जिससे परीक्षा पूर्ण पारदर्शिता और बिना विवादों की पूरी हो सके. केडी शुक्ला ने बताया कि इस संबंध में हमने बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है. हमारा प्रयास रहेगा कि अगले साल से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के सभी सेंटरों पर जैमर लगाए जाएं."
मोबाइल और ब्लूटूथ का नहीं कर सकेंगे प्रयोग
अधिकारियों ने बताया कि जैमर लगने से परीक्षा केंद्र के 100 मीटर आसपास नेटवर्क जाम रहेगा. इस दौरान परिसर में इंटरनेट, कम्प्यूटर और मोबाइल का नेटवर्क बाधित रहेगा. विद्यार्थी या कोई अन्य कर्मचारी ब्लूटूथ का प्रयोग नहीं कर पाएगा. मैसेज का आदान-प्रदान पूरी तरह से बंद रहेगा. कोई भी फोन पर बात भी नहीं कर सकेगा. अधिकारियों का कहना है कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो अगले साल से सभी परीक्षा केंद्रों पर लागू किया जाएगा.
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340 अतिसंवदेनशील और 222 संवेदनशील परीक्षा केंद्र
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार दसवीं-बारहवीं की परीक्षाओं के लिए 3 हजार 887 परीक्षा केन्द्र निर्धारित किए हैं. इनमें करीब 500 से अधिक संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केन्द्र हैं. इन केन्द्रों ने सबसे अधिक ग्वालियर-चंबल संभाग के हर जिले में खतरा पैदा किया है. वहीं मुरैना में सबसे अधिक 44 केन्द्र अतिसंवेदनशील और 10 सेंटर संवेदनशील है. हालांकि इस बार भिंड में अतिसंवेदन स्थिति में कमी आई है. यहां मात्र चार परीक्षा केन्द्र अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखे गये हैं, लेकिन मंडल के पास जो रिपोर्ट है. उसके अनुसार पिछले एक दशक में सबसे अधिक सामूहिक नकल के प्रकरण भी इन्हीं जिलों से आये हैं.