आगर मालवा। कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन ने सबसे ज्यादा मजदूरों के जीवन को प्रभावित किया है. लॉकडाउन के दो महीनों बाद भी मजदूरों का अपने घर की ओर लौटना जारी है. हालात ये हैं कि इन मजदूरों को अभी भी सैंकड़ों किमी का सफर तय करके अपने घर पैदल ही जाना पड़ रहा है. शनिवार को आगर पहुंचे राजगढ़ के एक दर्जन मजदूरों को प्रशासन ने उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की.
सरकार के दावों की पोल खोल रही ये तस्वीर, अब भी पैदल चलने को मजबूर हैं मजदूर - If laborers reach Malwa
गुजरात से अपने गृह जिले राजगढ़ के लिए निकले दर्जनों मजदूर शनिवार को आगर पहुंचे. जिसके बाद गांधी उपवन स्थित राहत शिविर में सभी की स्क्रीनिंग कर उन्हें भोजन कराया गया. जिसके बाद प्रशासन ने उनको घर छोड़ने की व्यवस्था की.
मजदूरों का बेबसी का आलम
आगर मालवा। कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन ने सबसे ज्यादा मजदूरों के जीवन को प्रभावित किया है. लॉकडाउन के दो महीनों बाद भी मजदूरों का अपने घर की ओर लौटना जारी है. हालात ये हैं कि इन मजदूरों को अभी भी सैंकड़ों किमी का सफर तय करके अपने घर पैदल ही जाना पड़ रहा है. शनिवार को आगर पहुंचे राजगढ़ के एक दर्जन मजदूरों को प्रशासन ने उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की.